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इंडिया न्यूज:
आज के समय में मोटापा कई बीमारियों की जड़ है। यूं तो मोटापा किसी को अपनी जद में ले सकता है। लेकिन महिलाएं मोटापे से अधिक परेशान रहती हैं। एक बार वजन बढ़ने के बाद उसे कम करना काफी कठिन हो जाता है। वजन कम करने के लिए तरह-तरह की डाइट या दवाईयों का सहारा लेती हैं। अगर आप भी वजन बढ़ने के कारण परेशान रहती हैं, तो पहले इसके कारणों के बारे में जान लेना चाहिए।
जेनेटिक्स: कुछ रिसर्च के माध्यम से पता चला है कि किसी व्यक्ति को मोटापे की प्रवृत्ति विरासत में मिल सकती है। यदि आपके एक या दोनों माता-पिता मोटे हैं, तो आपके मोटे होने की संभावना 25 फीसदी तक बढ़ जाती है। जीन भी हमें प्रभावित करते हैं, ऐसे में अपने वजन को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त मेहनत करने की आवश्यकता हो सकती है।
बढ़ती उम्र: यूं तो व्यक्ति किसी भी उम्र में मोटा हो सकता है, लेकिन फिर भी वृद्ध लोगों को अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त होने का खतरा ज्यादा रहता है। शरीर में हार्मोनल परिवर्तन और कम सक्रिय जीवनशैली से आपके मोटापे की संभावना बढ़ जाती है। उम्र के साथ शरीर में मांसपेशियों की मात्रा भी कम होती जाती है और मांसपेशियों के कम होने से मेटाबॉलिज्म में कमी आती है। इसलिए, हमारा वजन आसानी से बढ़ जाता है और वजन कम करना कठिन होता है।
मेडिकल कंडीशन: महिलाओं के शरीर में बहुत अधिक हार्मोनल उतार-चढ़ाव होते हैं, जिसके कारण उन्हें कुछ स्वास्थ्य समस्याएं घरे लेती हैं। मसलन, महिलाओं में हाइपोथायरायडिज्म व पीसीओएस की समस्या आम है। इसके कारण, महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ता है और वह आसानी से कम नहीं हो पाता है।
प्रेग्नेंसी पीरियड: एक गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान दो खाने के लिए कहा जाता है, जबकि उसे दो के लिए खाने की जरूरत नहीं है, उसे हर दिन 300 अतिरिक्त कैलोरी लेने की जरूरत है। गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ, एक गर्भवती महिला का वजन अनिवार्य रूप से बढ़ जाता है। यह देखा जाता है कि प्रसव के बाद कई महिलाओं का वजन इस कदर बढ़ जाता है कि उनके लिए उसे कम करना मुश्किल हो जाता है।
खाने की अनहेल्दी हैबिट्स: कई घरों में महिलाएं ईटिंग हैबिट्स को लेकर सजग नहीं होती हैं। केवल अधिक मात्रा में भोजन करने से वजन नहीं बढ़ता। बल्कि खानपान की गलत आदतें भी मोटापे में योगदान देती है। अमूमन महिलाएं बचा हुआ खाना खत्म करने के चक्कर में कुछ भी खा लेती हैं। कभी-कभी वह खुद के लिए भी खाना बनाने में आलस करती हैं, जिससे उनकी सेहत व वजन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
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