इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : साल 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अब धीरे-धीरे सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं।आम आदमी पार्टी की तैयारियों को काफी खास माना जा रहा है। दिल्ली और पंजाब में पार्टी ने सत्ता हासिल कर अपनी मजबूत पकड़ बना रखी है। इसके अलावा गोवा और गुजरात में पार्टी के वोट प्रतिशत ने उसे राष्ट्रीय पार्टियों की लिस्ट में लाकर खड़ा कर दिया है। अब AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल को लेकर कहा जा रहा है कि वे अब प्रधानमंत्री की कुर्सी का सपना देखने लगे हैं। 2024 के लोकसभा चुनावों के संबंध में ही अब AAP 18 दिसंबर को नए रोडमैप के लिए मंथन करने वाली है।
दरअसल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में अब आम आदमी पार्टी की नजर लोकसभा चुनाव 2024 में बढ़त हासिल करने पर है। पार्टी अब राष्ट्रीय स्तर पर अपने विस्तार में जुट गई है। इसके लिए राष्ट्रीय संगठन महामंत्री पद पर कई नेताओं की नियुक्ति की गई है।
जानकारी दें, AAP ने 18 दिसंबर को दिल्ली में राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में अरविंद केजरीवाल के साथ ही पंजाब के सीएम भगवंत मान, सभी राज्यों के सांसद और विधायक शामिल होंगे। पार्टी बैठक में इस बात पर विशेष मंथन करने वाली है कि 2024 के लिए चुनावी प्लानिंग कैसे की जाएगी।
आम आदमी पार्टी अपनी इस राष्ट्रीय परिषद की बैठक कर पब्लिक में यह माहौल बनाना चाहती है कि वह अब बीजेपी और कांग्रेस के अलावा एक तीसरा अहम राजनीतिक विकल्प है। आप इसी विकल्प को दिखाकर अपने लिए साल 2024 के लिहाज से संभावनाएं तलाशने में जुट गई है। माना जा रहा है कि अभी AAP कुछ अन्य राज्यों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर सकती है क्योंकि साल 2023 में दस राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं।
आपको बता दें, आम आदमी पार्टी भले ही गुजरात में बीजेपी को टक्कर न दे पाई हो लेकिन उसने कांग्रेस की जगह लेने का बड़ा प्रयास किया है। AAP 2024 में भी कुछ ऐसा ही करने की कोशिश कर सकती है। यह माना जा रहा है कि जहां-जहां बीजेपी का सीधा मुकाबला कांग्रेस से होगा, वहां कांग्रेस का खेल आम आदमी पार्टी खराब कर सकती है। इस खेल के जरिए ही आप बीजेपी और कांग्रेस का विकल्प बनने की कोशिश कर रही है।