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India News (इंडिया न्यूज़), Wrestlers Protest, दिल्ली: जनवरी में पहलवानों के विरोध का एक हिस्सा, टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि दहिया ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे आंदोलन से खुद को अलग कर लिया है। उन्होंने अपने खेल पर फोकस करने का फैसला किया है।
1 जून से 4 जून तक किर्गिस्तान के बिश्केक में होने वाली तीसरी रैंकिंग सीरीज प्रतियोगिता में भाग लेने जा रहे है। बर्मिंघम के कॉमनवेल्थ खेलों के बाद यह दहिया की पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता होगी। अगस्त 2022 में कॉमनवेल्थ खेलों का आय़ोजन हुआ था तब दहिया ने 57 किलोग्राम वर्ग में भाग लिया था। इस बार वह 61 किग्रा वर्ग में हिस्सा लेंगे।
दहिया डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ विरोध करने वाले प्रमुख चेहरों में से एक थे। जब 18 जनवरी को जंतर-मंतर पर सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अपना धरना शुरू किया था वह इस प्रर्दशन का एक्टिव चेहरा थे। हालांकि, इस बार दहिया अनुपस्थिति थे। उन्होंने शुरू में पहलवानों के पक्ष में ट्वीट किया था और विरोध का समर्थन करते हुए अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक वीडियो भी पोस्ट किया था। वह फिलहाल छत्रसाल स्टेडियम में अपने घुटने की चोट से उबरने पर ध्यान केंद्रित किया है।
कुछ ही महीनों में एशियाई खेलों और बाद में पेरिस ओलंपिक क्वालीफायर के लिए आगामी चयन परीक्षणों होना है। रवि दहिया के साथ दीपक पुनिया, अंशु मलिक, सरिता मोर और सोनम मलिक जैसे पहलवान भी है। मलिक बिश्केक अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए भारतीय दल में।
ब्रजभूषण सरण सिंह के खिलाफ जनवरी में प्रर्दशन करने के बाद बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने किसी भी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया है और यहां तक कि चयन ट्रायल मीट को भी छोड़ दिया है। बिश्केक जाने वाले भारतीय दल में कुल 46 सदस्य होंगे।
बजरंग और विनेश को ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) से बाहर किए जाने की उम्मीद है। टॉप्स के माध्यम से, सरकार भविष्य के ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के लिए चिन्हित एथलीटों को सहायता प्रदान करती है, जिसमें विदेशी प्रशिक्षण, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता, उपकरण और कोचिंग शिविर के अलावा हर खिलाड़ी के लिए 50 हजार रुपये का मासिक वजीफा भी शामिल है। बजरंग और विनेश दोनों ही टॉप्स में एथलीटों के मुख्य समूह का हिस्सा हैं। दोनों खिलाड़ी पांच महीने से प्रशिक्षण नहीं ले रहे है।
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