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India News (इंडिया न्यूज़),India-Nepal: भारत और नेपाल के बीच व्यपारिक रिश्ते को लेकर भारतीय दूतावास ने दोनों देशों के बीच विकासात्मक साझेदारी में मजबूत से सहयोग करने की सराहना की है। जिसमें बुनियादी ढांचे के विकास के लिए हिमालयी राष्ट्र को दी जाने वाला कर्ज लाइन ऑफ क्रेडिट भी शामिल है। जिसको लेकर दोनों देशों के बीच बृहस्पतिवार को 10वीं लाइन ऑफ क्रेडिट समीक्षा की बैठक भी हुई थी।
जानकारी के लिए बता दें कि, भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि, बैठक में विभिन्न विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की गई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत सरकार की मदद से तैयार की जा रहीं सड़क परियोजनाओं का भी दौरा किया। नेपाल में भारत के दिए कर्ज से कुल 1.65 अरब डॉलर की चार परियोजनाएं हैं। ये कर्ज नेपाल सरकार की प्राथमिकता के अनुसार बुनियादी ढांचे के विकास के लिए समर्पित हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, भारत सरकार का एलओसी पोर्टफोलियो 30 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक है और 60 से अधिक भागीदार देशों में इसका विस्तार किया गया है। अब तक, इन एलओसी ने 40 से अधिक सड़क परियोजनाओं लगभग1,105 किमी पूर्ण, जलविद्युत और ट्रांसमिशन लाइनों में 6 परियोजनाओं और आवास और पुनर्निर्माण में कई अन्य परियोजनाओं को वित्तपोषित किया है।
नेपाल में बिजली पारेषण बुनियादी ढांचे को प्रमुख एलओसी परियोजनाओं, जैसे कोशी कॉरिडोर (220 केवी), मोदी लेखनाथ (132 केवी), सोलु कॉरिडोर (132 केवी) और धालकेबार-भिट्टामोड (400 केवी) परियोजनाओं के साथ बढ़ाया गया है। अब तक, धालकेबार-भिट्टामोड़ 400 केवी लाइन के माध्यम से 452 मेगावाट तक बिजली निर्यात किया जा रहा है।
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