संबंधित खबरें
चुनावों में गंदी बेइज्जती के बाद अब राज ठाकरे पर टूटा बड़ा कहर, MNS की तबाही का पहला इशारा, अपने भी फेर लेंगे मुंह?
3 मुसलमानों की अर्थी उठने के बाद सामने आया संभल हिंसा का भयानक वीडियो, दिल दहला देगी 'अल्लाह-अल्लाह' की चीख-पुकार
Sambhal हिंसा मामले में कूदे Rahul Gandhi, पकड़ ली PM Modi की सबसे बड़ी गलती?
क्या मुगलों ने भारत में जबरन धर्म परिवर्तन कराया था? इतिहास का वो काला सच जान उड़ जाएंगे आपके होश!
Parliament Winter Session: 'मुट्ठीभर लोगों की गुंडागर्दी के जरिए…', शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले PM मोदी ने भरी हुंकार, विपक्षियों को यूं दिया करारा जवाब
प्याज-टमाटर के बाद फटा CNG बम, इन शहरों में मंहगा हुआ ईंधन, आसमान छुएगा गाड़ी का खर्च
India News (इंडिया न्यूज़), Delhi Rape Case: दिल्ली के बुराड़ी में मानवता को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है। यहां खुद महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी ने अपने मृत दोस्त की नाबालिक बेटी के साथ कई महीनों तक बलात्कार किया। यहीं नहीं इस काम में आरोपी का साथ उसकी पत्नी ने भी दिया। इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने तुरंत कर्रवाही करते हुए आरोपी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, 17 वर्षीय लड़की के पिता की मौत अक्टूबर 2020 में हो गई थी। बाद में लड़की को उसके मृत पिता के पारिवारिक मित्र के आवास पर भेज दिया गया, जो अब मामले में आरोपी (दिल्ली सरकार का अधिकारी) है। लड़की का कहना है कि नवंबर-दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 में उसके स्थानीय अभिभावक (दिल्ली सरकार के अधिकारी) ने उसके साथ बलात्कार किया।
अब लड़की की कस्टडी को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सवाल उठाएं हैं। NCPCR प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने इस मामले में कहा कि इस मामले में प्रक्रियात्मक चूक प्रतीत होती है। यदि किसी बच्चे के पिता या माता की मृत्यु अप्रैल 2020 से शुरू होने वाली अवधि में हो गई है या बच्चा अनाथ हो गया है और उन्हें संरक्षकता की आवश्यकता है, तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उनका सारा विवरण NCPCR के बालस्वराज पोर्टल पर दर्ज होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार ने कहा था कि उन्होंने ऐसे सभी बच्चों का ब्योरा दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक हमें उसकी डिटेल नहीं मिल पाई है। हमने दिल्ली सरकार के अधिकारियों से बच्ची का नाम और बालस्वराज पोर्टल में उसकी एंट्री पूछी है। उन्होंने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “चर्च की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है। बच्चे ने अभी तक बाल कल्याण समिति के समक्ष बयान नहीं दिया है। हम सुबह से समिति प्रमुख से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन वह कॉल रिसीव नहीं कर रही हैं। हम इस मामले पर नजर रख रहे हैं और यह जानकारी एकत्र करने के बाद हम दिल्ली सरकार को उचित कार्रवाई करने का निर्देश देंगे। जिस अस्पताल में लड़की भर्ती है वहां भी हम एक टीम भेज रहे हैं।”
#WATCH …इस मामले में प्रक्रियात्मक चूक प्रतीत होती है। यदि किसी बच्चे के पिता या माता की मृत्यु अप्रैल 2020 से शुरू होने वाली अवधि में हो गई है या बच्चा अनाथ हो गया है और उन्हें संरक्षकता की आवश्यकता है, तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उनका सारा विवरण NCPCR के बालस्वराज… https://t.co/wJOhqq0XmX pic.twitter.com/MU9Pq82Fli
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 21, 2023
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.