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India News (इंडिया न्यूज़), G-20 In Delhi: दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन के लिए लगभग 10 दिन शेष बचे है। सुरक्षा एजेंसियों की तरफ सुरक्षा के ऐसे इंतजाम किए जा रहे है की परिंदा भी पर नहीं मार सकते। भारतीय वायु सेना, दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बल इस हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम के लिए राजधानी में तैयारी कर रहे है। जी-20 की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस नोडल एजेंसी है। साथ ही अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है। सीआरपीएफ और एसएसबी को सुरक्षा में लगाया गया है। किसी को स्थिती से निपटने के लिए एनएसजी को स्टैंडबाय पर रखा गया है।
शिखर सम्मेलन स्थल पर विशेष बंदूकों के साथ जवान और जैमिंग उपकरणों के साथ एंटी-ड्रोन इकाइयां तैनात की गई हैं। होटलों को सुरक्षित करना एक चुनौती साबित हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के आईटीसी मौर्य में, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ताज पैलेस में, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक के शांगरी-ला में और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के द ओबेरॉय में रुकने की उम्मीद है। इंपीरियल, लीला पैलेस, ताज मानसिंह, द ललित और द क्लैरिज नई दिल्ली क्षेत्र के कुछ अन्य होटल हैं जहां वीवीआईपी लोग रूकेंगे।
खुफिया एजेंसियों और पुलिस ने स्टाफ सदस्यों की पृष्ठभूमि की गहन जांच की है और विशिष्ट मंजिलों के लिए विशिष्ट एक्सेस कार्ड जारी किए हैं। जिन होटलों में गणमान्य लोग रुकेंगे, उनकी छतों की निगरानी की जा रही है ताकि यह देखा जा सके कि आपातकालीन स्थितियों में हेलिकॉप्टर की लैंडिंग संभव है या नहीं। कुछ होटलों की छतों पर कबाड़ रखा हुआ है, अगर कोई हेलिकॉप्टर उनके ऊपर से गुज़रे मलबा बिखर सकता है। कई होटलों के छत पर सोलर पैनल हैं, जिससे बहुत कम जगह बचती है। कुछ होटल की छत पर खंभे हैं, जो हेलिकॉप्टर लैंडिंग के लिए काफी नहीं है।
वायुसेना और एनएसजी अगले दो दिनों में कुछ चिन्हित होटलों में स्लाइदरिंग अभ्यास करेंगे, ताकि यह देखा जा सके कि आपात स्थिति के लिए कमांडो को हवाई मार्ग से उतारने की स्थिति में इमारतें काफी हैं या नहीं। खुले मैदानों में इसी तरह का अभ्यास पश्चिमी दिल्ली के पीतमपुरा और पूर्व में अक्षरधाम मंदिर में पहले ही किया जा चुका है।
पिछले दो महीनों में लगभग 1,000 सीआरपीएफ कर्मियों ने नोएडा की फोर्स अकादमी में सुरक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। विशेष प्रशिक्षण के लिए चुने गए कर्मियों के पास पूर्व एसपीजी या एनएसजी अनुभव है। यह लगभग कमांडो को दी जाने वाली 10 हफ्ते की ट्रेनिंग की तरह है।
दिल्ली पुलिस के सहयोग से सीआरपीएफ भारत मंडपम जी20 स्थल और होटलों में गणमान्य व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। काफिले में शामिल होने वाले सभी ड्राइवर सीआरपीएफ के होंगे। गणमान्य व्यक्तियों को ले जाने के लिए कई बैकअप वाहनों को तैयार रखा गया है। शिखर सम्मेलन से पहले पूर्ण रिहर्सल के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मियों ने दिल्ली के एनसीसी मैदान में जाना शुरू कर दिया है।
जी20 शिखर सम्मेलन के प्रगति मैदान स्थल पर करीब 4,000 दिल्ली पुलिसकर्मियों के तैनात होने की उम्मीद है, लेकिन ज्यादातर सादे कपड़ों में होंगे। शिखर सम्मेलन स्थल के बाहर सादे कपड़ों में 1,300 दिल्ली पुलिसकर्मी और 400 यातायात पुलिसकर्मी भी तैनात किए जा सकते हैं।
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