संबंधित खबरें
4 जिलों में स्कूल बंद, महाकुंभ के लिए 50 अधिकारी तैनात… यातायात समस्या से निपटने के लिए योगी सरकार का नया प्लान
चिकन नहीं, बीफ बिरयानी! AMU के वायरल लेटर पर विवाद, प्रशासन ने बताया गलती
Jharkhand Election: झारखंड चुनाव के लिए BJP की पहली लिस्ट जारी, 66 उम्मीदवारों का ऐलान ; जानें किसे कहां से मिला टिकट?
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान आज, जानें कितनी विधानसभा सीटों पर डालें जाएंगे वोट?
मध्य प्रदेश को Adani Group ने दिया बड़ा तोहफा, इतने करोड़ रुपये का करेगा निवेश
CM योगी ने लिया PM मोदी का बदला, अभद्र टिप्पणी करने वाले इस गैंगस्टर के अवैध बिल्डिंग पर चलवाया बुलडोजर
Manipur Crisis: मणिपुर में घट रहा पर्यटन संकट, मुख्यमंत्री ने जनता से की शांति की अपील
India News(इंडिया न्यूज),Manipur Crisis: मुख्यमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि पर्यटन थोड़ा प्रभावित हुआ है यानी कि 10-20 प्रतिशत की कमी आई है।
मणिपुर में पर्यटन 10-20 प्रतिशत कम हो गया है ऐसे में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने लोगों से हिंसा रोकने और जातीय संकट को समाप्त करने के लिए शांतिपूर्ण से बातचीत शुरू करने की अपील की है। पूर्वोत्तर राज्य में 3 मई को शुरू हुई जातीय हिंसा के बाद से 180 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि पर्यटन प्रभावित हुआ है। करीब 10-20 प्रतिशत की कमी आई है। जबकि इंफाल क्षेत्र और दो जिलों को छोड़कर पहाड़ी के अन्य हिस्सों में स्थिति अब सामान्य है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘संकट के समय इंफाल घाटी में भी सुरक्षा वाहनों को जाने की इजाजत नहीं थी। हमें कुछ समय लेना होगा क्योंकि सभी हमारे लोग हैं।’ हम उनके खिलाफ बल प्रयोग नहीं कर सकते। धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। हमें लोगों को समझाना होगा’।
साल 2023 में मणिपुर में हुई हिंसा के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा ‘हमें आठ महीने नहीं गिनने चाहिए’ क्योंकि चार से पाँच महीने ऐसे थे जब राज्य में कोई संकट नहीं था।
तीन मई से आप आठ महीने गिन रहे हैं लेकिन चार से पाँच महीनों में कोई संकट नहीं था। सब कुछ शांतिपूर्ण था। हमें आठ महीने नहीं बल्कि केवल वह समय गिनना चाहिए जब संकट आया था’।
उन्होंने कहा, ‘समस्या के समाधान में समय लगता है लेकिन इस बीच, मैं देश के सभी नागरिकों, विशेषकर मणिपुर के लोगों से हिंसा रोकने और शांतिपूर्ण से बातचीत शुरू करने की अपील करना चाहता हूं। हमें साथ रहना है। हमें विस्थापितों को उनकी जगह पर बसाना है। बच्चों को भी स्कूल जाना होगा’।
ये भी पढ़े
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.