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India News (इंडिया न्यूज़),Maldives News: भारत मालदीव (Maldives News) के बीच चल रहे विवाद के बीच के अब मालदीव में अंतरिक क्लेश बढ़ने की खबर सामने आ रही है जहां, मालदीव के पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने रविवार को राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के “हजारों भारतीय सैनिकों” को वापस बुलाने के दावों पर निशाना साधते हुए उसे “झूठ की कड़ी” बताया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में शाहिद ने कहा कि, द्वीप राष्ट्र में कोई भी सशस्त्र विदेशी सैनिक तैनात नहीं है। द्वीप राष्ट्र में विदेशी सैनिकों की संख्या प्रदान करने में मुइज़ू सरकार की असमर्थता “बहुत कुछ कहती है”।
100 days in, it's clear: President Muizzu's claims of 'thousands of Indian military personnel' were just another in a string of lies. The current administration's inability to provide specific numbers speaks volumes. There are no armed foreign soldiers stationed in the country.… pic.twitter.com/7q9baIJ6X6
— Abdulla Shahid (@abdulla_shahid) February 25, 2024
इसके साथ ही पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि, “100 दिन बाद, यह स्पष्ट है कि, राष्ट्रपति मुइज्जू के ‘हजारों भारतीय सैन्य कर्मियों’ के दावे झूठ की एक और कड़ी थे। वर्तमान प्रशासन की विशिष्ट संख्या प्रदान करने में असमर्थता बहुत कुछ कहती है। देश में कोई भी सशस्त्र विदेशी सैनिक तैनात नहीं है। पारदर्शिता मायने रखती है, और सच्चाई सामने आनी ही चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि, 5 फरवरी को, मुइज्जू ने कहा था कि भारतीय सैन्य कर्मियों के पहले समूह को 10 मार्च से पहले द्वीप राष्ट्र से वापस भेज दिया जाएगा, जबकि दो विमानन प्लेटफार्मों पर तैनात शेष भारतीय सैनिकों को 10 मई तक वापस ले लिया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि, मालदीव के राष्ट्रपति ने पिछले दिनों कहा था कि, लक्ष्य द्वीप राष्ट्र को उस स्थिति तक ले जाना है जहां देश में कोई विदेशी सैन्य उपस्थिति न हो। जब व्यापक रूप से चीन समर्थक नेता के रूप में देखे जाने वाले मुइज्जू ने नवंबर 2023 में राष्ट्रपति चुनाव जीता था, तो उन्होंने द्वीप राष्ट्र से भारतीय सैनिकों को हटाने का वादा किया था। लगभग 90 भारतीय सैन्यकर्मी नई दिल्ली प्रायोजित रडार स्टेशनों और निगरानी विमानों का रखरखाव करते हैं। भारतीय युद्धपोत मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्र में गश्त करने में मदद करते हैं।
इस मामले में मुइज़ू ने हाल ही में घोषणा की थी कि, मालदीव पानी के भीतर सर्वेक्षण करने के लिए देश की क्षमताओं को बढ़ाने के अलावा, समुद्री, हवाई और स्थलीय डोमेन सहित अपने सभी क्षेत्रों पर स्वायत्त नियंत्रण बनाए रखेगा। उनका बयान जनवरी में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के खिलाफ मालदीव के राजनेताओं की अपमानजनक टिप्पणियों पर राजनयिक विवाद के बीच आया, जिसके कारण दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में तनाव पैदा हो गया। इसके बाद, मुइज्जू ने अपने भारत विरोधी रुख को दोगुना कर दिया। जहां विवाद पैदा होने के कुछ दिनों बाद मुइज्जू ने भारत पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा, “हम छोटे हो सकते हैं, लेकिन इससे आपको हमें धमकाने का लाइसेंस नहीं मिल जाता।”
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