India News (इंडिया न्यूज), Munger Lok Sabha Constituency: मुंगेर बिहार का महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। इस लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है। एनडीए ने एक बार फिर राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को मुंगेर सीट से मैदान में उतारा है, तो वहीं उनके खिलाफ आरजेडी ने अशोक महतो को टिकट दिया है।
साक्षरता दर में मुंगेर पूरे बिहार में सबसे आगे है। यहां साक्षरता दर 73.3 प्रतिशत है। मुंगेर की कुल आबादी 13 लाख 59 हजार 54 है। मुंगेर लोकसभा मुंगेर, लखीसराय तथा पटना जिले में फैला हुआ है। इस संसदीय क्षेत्र में कुल छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें मुंगेर का मुंगेर और जमालपुर, लखीसराय जिले का लखीसराय व सूर्यगढ़ा तथा पटना जिले का मोकामा और बाढ़ विधानसभा क्षेत्र शामिल है।
चुनाव आयोग की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस लोकसभा क्षेत्र में कुल वोटरों की संख्या 15 लाख 64 हजार 604 है, जिनमें पुरुष वोटर 8 लाख 49 हजार 060 और महिला 7 लाख 15 हजार 544 हैं।
क्या था पिछला चुनावी समीकरण
मुंगेर संसदीय सीट पर कई वर्षों तक कांग्रेस का दबदबा रहा, लेकिन बीते कुछ सालो से यहां अलग-अलग पार्टियो ने राज किया। उनमें कभी आरजेडी, कभी जेडीयू तो कभी एलजेपी का नाम रहा है।
- 2019 में एनडीए ने गठबंधन से ललन सिंह की जेडीयू की तरफ से चुनावी मैदान में उतरा था और कांग्रेस प्रत्याशी रहे बाहुबली नेता अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को हराया था। पिछले चुनावो में ललन सिहं को 51% (528762) वोट प्राप्त हुए थे, तो वहीं विपक्षी पार्टि को 36085 मिले थे।
- 2014 लोकसभा चुनाव में एलजेपी की प्रत्याशी वीणा देवी ने जीत हासिल की थी। उन्होंने जेडीयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को हराया था। उस चुनाव में वीणा देवी को 352911 वोट मिले थे, जबकि ललन सिंह को 243 827 वोट हासिल हुए थे। वीणा देवी को 38.6 प्रतिशत और ललन सिंह को 26.67 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे।
मुंगेर का इतिहास
- मौजूदा वक्त में राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह जनता दल यूनाइटेड से मुंगेर के सांसद हैं। उन्होनें दोनों बार 2009 तथा 2019 में एनडीए के सहयोग से ही जीत हासिल की थी।
- मुंगेर लोक सभा सीट का संबध कई पौराणिक चीजों से है। यहां प्रतिदिन अंगराज कर्ण सवा मन सोना दान करते थे। मुंगेर ही वो जगह है जहां सीता चरण भी है, यहां माता सीता ने पहली बार छठ किया था और सीताकुंड जहां माता सीता की अग्निपरीक्षा हुई थी।
- जमालपुर में एशिया महादेश का पहला रेल इंजन कारखाना है। मुगल काल में मुंगेर बंगाल के नवाब मीर कासिम की राजधानी हुआ करती थी।
- मुंगेर में योगाश्रम स्थित है जहां से विश्व स्तर पर योग को प्रसिद्धी मिली।
- किला क्षेत्र में शहीद स्मारक निर्मित है जिसमें स्वाधीनता आंदोलन में शहीद होने वाले तमाम स्वतंत्रता सेनानियों का नाम अंकित है।
- यहां मुगल काल में बंदूक कारखाना स्थापित किया गया था, जो आज भी सहकारी संस्था के माध्यम द्ववारा चलाया जाता है।
यह भी पढ़ेः- Bihar Politics: बीजेपी ने सवर्णों पर खेला सबसे बड़ा दांव, लालू की MY समीकरण में सेंधमारी का प्लान
सुनीता केजरीवाल आज करेंगी प्रेस वार्ता, गिरफ्तारी मामले में कर सकती है बड़ा खुलासा
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.