संबंधित खबरें
गूगल मैप्स के सहारे कार में सफर कर रहे थे 3 लोग, अधूरे फ्लाईओवर में जा घुसी गाड़ी, फिर जो हुआ…सुनकर मुंह को आ जाएगा कलेजा
‘ये मुगलों का दौर नहीं…’, संभल जामा मस्जिद सर्वे पर ये क्या बोल गए BJP प्रवक्ता? सुनकर तिलमिला उठे मुस्लिम
शरद पवार, प्रियंका चतुर्वेदी और संजय राउत का क्या होगा राजनीतिक भविष्य? दोबारा राज्यसभा जाने के रास्ते हुए बंद
60 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी फिर भी कैसे जीत गई BJP? सपा उम्मीदवार की जमानत हो गई जब्त, अखिलेश नोंचने लगे अपना माथा
बाला साहेब की विरासत को मिट्टी में मिला गए उद्धव ठाकरे, कांग्रेस-एनसीपी से गठबंधन पर अपनी हिंदूवादी विचारधारा को लगाया दांव पर, क्या अब कर पाएंगे वापसी?
‘मां मैं जल्द आ जाऊंगा…’, मौत से दो दिन पहले अपनी बूढी से कांस्टेबल ने किया था ये वादा, लेकिन दे गया दगा
India News (इंडिया न्यूज़), Karnataka High Court: कर्नाटक हाई कोर्ट के अंदर एक खौफनाक मंजर देखने को मिला। जिसको लेकर पुलिस ने कहा कि आज (3 अप्रैल) एक व्यक्ति ने अदालत के हॉल वन में मुख्य न्यायाधीश निलय विपिनचंद्र अंजारिया के सामने चाकू से अपना गला काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की। पुलिस के अनुसार मैसूर के रहने वाले श्रीनिवास ने कोर्ट हॉल वन के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा कर्मचारियों को एक फाइल सौंपी और इससे पहले कि कोई समझ पाता कि क्या हो रहा है, उसने मुख्य न्यायाधीश अंजारिया की मौजूदगी में अपना गला काट लिया। वही एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत एक्शन लेते हुए उसे बॉरिंग अस्पताल पहुंचाया, जहां अब उसका इलाज किया जा रहा है।
बता दें कि, पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमें नहीं पता कि उसने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया। वह कोर्ट हॉल वन में दाखिल हुआ और चाकू से अपना गला काट लिया। वहां मौजूद सुरक्षा कर्मचारियों ने ऐसा होते देखा और तुरंत उसे बचाया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश निलय विपिनचंद्र अंजारिया ने हाई कोर्ट परिसर में सुरक्षा चूक पर चिंता व्यक्त की। साथ ही प्रभारी लोगों से पूछा कि आदमी एक तेज वस्तु अंदर कैसे ला सकता है। उन्होंने पुलिस को मौके से मिले निष्कर्षों और सबूतों को रिकॉर्ड करने का भी आदेश दिया।
बता दें कि, आत्महत्या की कोशिश करने वाले श्रीनिवास ने सुरक्षा कर्मचारियों को जो फ़ाइल दी थी उसकी सामग्री अज्ञात है। अदालत ने कहा कि वह दस्तावेज़ों की जाँच नहीं करेगी क्योंकि इसे किसी नामित वकील द्वारा अदालत में प्रस्तुत नहीं किया गया था। उच्च न्यायालय ने आगे कहा कि अधिकारियों को अदालत के आदेश के बिना कोई भी दस्तावेज प्राप्त नहीं करना चाहिए। वहीं अभी भी पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उस व्यक्ति ने आत्महत्या करके मरने का प्रयास क्यों किया। साथ ही डॉक्टरों द्वारा फिट घोषित किए जाने के बाद उसका बयान दर्ज करने का इंतजार कर रही है।
Ghana: 63 साल के पुजारी की 12 साल की लड़की से शादी पर मचा बवाल, सोशल मीडिया पर लोगों ने उठाया सवाल
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.