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इंडिया न्यूज, अंबाला।
How To Use Old Tea Strainer : हर घर की रसोई में यूज होने वाली चाय की छलनी को सिर्फ चाय, दूध, घी आदि छानने के लिए ही नहीं इस्तेमाल किया जाता बल्कि पुरानी होने पर उसे हम कई तरह से भी यूज कर सकते हैं। जब घर में नई चाय की छलनी आती है तो अधिकतर लोग पुरानी छलनी को फेंक देते हैं या उसे बेकार समझ लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। चाय की छलनी को घर के बाकी कामों के लिए भी उपयोग में लाया जा सकता है उदाहरण के तौर पर ये गार्डनिंग में भी आपकी मदद कर सकती है और बर्तन धोने वाले स्पंज को साफ रखने में भी।
चाय की छलनी को किसी टेप आदि से चिपका कर बालकनी या छत पर रखा जा सकता है। यहां पर आप चिड़िया के लिए दाने रख सकते हैं। इससे आपको कोई और बर्तन खराब नहीं करना होगा और साथ ही साथ टेप या ग्लू से चिपका होने के कारण इससे दाने फैलने की समस्या भी खत्म हो जाएगी।
किचन स्पंज को आप चाय की छलनी के अंदर रखें और इसे ऐसी जगह पर रख दें जिससे इसमें हवा जाती रहे और पानी पूरा निकल जाए। ऐसे में किचन स्पंज साफ भी रहेगा और साथ ही साथ ये सूखा भी रहेगा जिससे इसमें बदबू नहीं आएगी।
How To Use Old Tea Strainer पुरानी चाय की छलनी में आप ऊन लपेट कर बहुत ही आसान की-हैंगर बना सकते हैं। आपको बस एक-दो हुक्स लगाने होंगे और उन्हें चाय की छलनी में गोलाकार हिस्से से लटका दें। प्लास्टिक की छलनी में आप गर्म सुई से छेद कर ये काम कर सकते हैं। इसके बाद पूरी छलनी में ऊन लपेट दें और फिर उस छलनी को पीछे की ओर से दीवार पर टांग दें। अब आप जब भी बाहर से आए तो चाय की छलनी वाले की-हैंगर का इस्तेमाल कर अपनी चाभियां टांग सकते हैं।
पुरानी स्टील की छलनी का इस्तेमाल सीड जर्मिनेशन के लिए किया जा सकता है। ये कुछ बेहतरीन तरीकों में से एक है जिसमें आप मिट्टी, वर्मी कम्पोस्ट और कोको पीट डालकर सीड्स को उगा सकते हैं। कई बीजों को पोरस मिट्टी चाहिए होती है जिसमें ज्यादा देर तक पानी मिट्टी में नमी तो बनाए रखे, लेकिन उसे बहुत गीला ना करे। ऐसे में छोटा पौधा आने तक वो चाय की छलनी में रह सकते हैं और फिर उसे आसानी से किसी और गमले या गार्डन की मिट्टी में ट्रांसफर भी किया जा सकता है।
आटे या मैदे में अगर कीड़े लग गए हैं और आपके पास इसे छानने वाली छलनी नहीं है तो आप चाय की पुरानी छलनी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। बस शर्त ये है कि इस पुरानी छलनी की सफाई पहले कर ली हो। पुरानी चाय की छलनी भी एक तरह से फ्लेवर देने के काम आ सकती है।
चाय की पुरानी छलनी में जीरा, सौंफ, गुलाब की पत्तियां रखें और फिर एक कप के ऊपर उसे रखें। अब इसमें से गर्म पानी छानें। पानी में ना सिर्फ फ्लेवर आएगा बल्कि सौंफ और जीरे का गुनगुना पानी आपके पेट की समस्याओं के लिए भी अच्छा साबित होगा।
अगर आपके पास पुरानी स्टील की छलनी रखी है तो उसे बेहतरीन धूपबत्ती या अगरबत्ती स्टैंड बना सकती हैं। इससे कचरा भी कम होगा और आपका घर महकेगा भी।
आर्ट्स में रसोई के पुराने सामान बहुत अच्छी तरह उपयोग किए जा सकते हैं और ऐसे में चाय की छलनी भी मददगार साबित होगी। पुरानी चाय की छलनी से आप अलग-अलग शेप्स बना सकते हैं। ये बच्चों को आर्ट्स सिखाने का एक अच्छा तरीका साबित होता है।
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