गर्मी के मौसम में तापमान बढ़ने के साथ साथ लू लगने (Heat Stroke ) का खतरा बढ़ जाता है। लू लगने के सबसे प्रमुख लक्षण बेहोशी और भम्र के दौरे होते हैं। लू के पीड़ित पर अगर तुरंत ध्यान नहीं दिया जाए तो आर्गन फेल होने, कोमा या मौत का खतरा बना रहता है। आपको बता दें कि लू दो तरह के होते हैं एक्सर्शनल हीट स्ट्रोक अधिक गर्मी के कारण होता है जबकि नॉन एक्सर्शनल हीट स्ट्रोक का कारण उम्र या बीमारियां होती हैं। अपने शरीर के तापमान को ठीक से नियंत्रित नहीं कर पाने के कारण बुजुर्गों और बच्चों को लू का खतरा सबसे अधिक देखने को मिलता है। आइए जानते हैं क्या हैं लू लगने के लक्षण, किन्हें होता है लू का ज्यादा खतरा और कैसे कर सकते हैं लू से बचाव और उपचार।
कुछ लोगों को लू लगने का खतरा ज्यादा होता है. इनमें ऐसे लोग जिन्हें शराब पीने की लत हो, जो पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं, जिन्हें हार्ट, किडनी की बीमारियां हों, ऐसी दवाओं का सेवन करने वाले जो बॉडी में तापमान को नियंत्रित करते हैं, शामिल हैं।
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लू के लक्षण
लू से बचाव
उपाय
लू लगने से लक्षण सामने आने पर तत्काल मेडिकल सहायता लेनी चाहिए. इसके साथ ही कुछ घरेलू उपचार भी तत्काल राहत पहुंचा सकते हैं। इसमें कच्चे आम का पना, इमली से तैयार पेय, एलोवेरा का जूस, नारियल पानी, छाछ, पुदीना और धनिया का जूस या प्याज का रस पीने से राहत मिलती है। आम के पना, प्याज के रस और चंदन को बॉडी पर लेप की तरह लगाने से भी आराम हो सकता है।