संबंधित खबरें
तेज चलने वालों को लेकर एक स्टडी में हुआ बड़ा खुलसा, जान लें फायदे और नुकसान
कपंकपा रहे हैं हाथ पैर, बोलने में हो रही है परेशानी…हो सकती है ये जानलेवा बीमारी, अनदेखा करने पर पड़ेगा भारी
सड़ते लीवर में जान डाल देगी ये देशी ड्रिंक, जड़ से नोंच फेकेगी सारी गंदगी, अनगिनत फायदे जान रह जाएंगे हैरान
सर्दियों में इस एक काली चीज से लोहा-लाट हो जाता है शरीर, लोहे की तरह बजने लगेंगी हड्डियां
हड्डी बना पुरूष का प्राइवेट पार्ट, डॉक्टर्स की भी फटी रह गईं आंखें, अस्पताल छोड़कर भागा मरीज
ये 5 ऐसे मुख्य साइन जो बताते है कि जरुरत से ज्यादा तेजी से काम कर रहा है आपका लिवर, जानें कैसे?
India News(इंडिया न्यूज), Bone Cancer: क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी पुरानी चोट आपकी सेहत पर लंबे समय में क्या प्रभाव डाल सकती है? अगर आप भी ऐसे लोगों में शामिल हैं जिनकी हड्डियों में पुरानी चोटें या समस्याएँ हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। एक पुरानी चोट समय के साथ हड्डी के कैंसर (Bone Cancer) का कारण बन सकती है। आइए जानें कि ऐसा कैसे हो सकता है और आप अपनी सेहत की पहचान कैसे कर सकते हैं।
पुरानी चोटें और हड्डी की समस्याएँ, जैसे कि पुराने फ्रैक्चर या संक्रमण, हड्डी के कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। ये चोटें हड्डी में असामान्य परिवर्तन या सूजन पैदा कर सकती हैं, जो भविष्य में कैंसर का कारण बन सकती है। हालांकि, यह जोखिम आम नहीं है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
ज्यादा पसीना आना भी हो सकता हैं इस गंभीर बीमारी का संकेत, एक बार जान ले बीमारी का नाम?
यदि आपकी हड्डियों में पुरानी चोटें हैं, तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपको हड्डी के कैंसर के लक्षणों की पहचान कैसे करनी चाहिए। यहाँ कुछ सामान्य लक्षण हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए:
चोट के स्थान पर स्थायी या बढ़ता हुआ दर्द हो सकता है, जो सामान्य दर्द से भिन्न होता है।
चोट वाले क्षेत्र में सूजन या लक्षण महसूस होना। सूजन सामान्य चोट के साथ हो सकती है, लेकिन अगर यह समय के साथ बढ़ती है या दूर नहीं होती है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है।
यूरिक एसिड के लेवल पर ताला लगाकर रख देगा इन तीन फलों का मिश्रण, ऐसे करें डाइट में इन्क्लूड
चोट के आसपास असामान्य गांठें या सूजन दिखना। ये गांठें आमतौर पर बिना दर्द के होती हैं।
उस क्षेत्र में कमजोरी या फ्रैक्चर का अनुभव हो सकता है, जहां चोट लगी थी।
बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन घटना भी कैंसर के संकेत हो सकता है।
अचानक थकावट, कमजोरी या बुखार महसूस करना।
यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव करते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श करें। डॉक्टर आपके लक्षणों का मूल्यांकन करेंगे और आवश्यक परीक्षणों की सलाह देंगे।
डॉक्टर हड्डियों की स्थिति का आकलन करने के लिए एक्स-रे, सीटी स्कैन, या एमआरआई जैसे इमेजिंग परीक्षण कर सकते हैं।
अब पतला होने के लिए डाइट की जरुरत खत्म! बस ब्रेकफास्ट से डिनर के बीच में रख लीजिये इतना गैप?
अगर इमेजिंग टेस्ट में कोई असामान्यता दिखती है, तो बायोप्सी की जा सकती है ताकि हड्डी के ऊतकों का नमूना लिया जा सके और कैंसर की पुष्टि की जा सके।
नियमित चेक-अप और स्क्रीनिंग भी आपकी हड्डियों की सेहत पर नज़र रखने में मदद कर सकते हैं, खासकर यदि आपके पास पूर्व की चोटें या हड्डी की समस्याएँ हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी युक्त आहार लें। नियमित व्यायाम और शरीर की सुरक्षा के लिए सावधानी रखें।
शरीर के इस हिस्से का कैंसर जाता है दीमाग तक फैल? सिगरेट को बताया गया सबसे बड़ी वजह….
किसी भी पुराने चोट या हड्डी की समस्या को गंभीरता से लें और समय पर चिकित्सा सलाह लें।
नियमित चिकित्सा जांच और स्क्रीनिंग से अपनी हड्डियों की सेहत पर नज़र रखें।
पुरानी चोटें हड्डी के कैंसर का कारण बन सकती हैं, लेकिन समय पर पहचान और चिकित्सा से आप इस गंभीर स्थिति से बच सकते हैं। अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें और किसी भी संदिग्ध लक्षण के लिए तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
पैरों में अत्यधिक खुजली का होना भी नहीं होता अच्छा कारण, इस बीमारी से तो नहीं जूंझ रहा शरीर?
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.