होम / लाइफस्टाइल एंड फैशन / क्या आप भी खाने के लिए करते हैं डिस्पोजल के कप-प्लेट का यूज़? शरीर में इस प्रकार जहर की तरह कर रहे हैं प्रवेश!

क्या आप भी खाने के लिए करते हैं डिस्पोजल के कप-प्लेट का यूज़? शरीर में इस प्रकार जहर की तरह कर रहे हैं प्रवेश!

PUBLISHED BY: Prachi Jain • LAST UPDATED : August 10, 2024, 8:03 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

क्या आप भी खाने के लिए करते हैं डिस्पोजल के कप-प्लेट का यूज़? शरीर में इस प्रकार जहर की तरह कर रहे हैं प्रवेश!

India News (इंडिया न्यूज), Use Of Disposal: डिस्पोजल के कप और प्लेट्स का उपयोग आजकल बहुत आम हो गया है, खासकर समारोहों, पार्टियों, और फास्ट-फूड आउटलेट्स में। ये आसानी से उपलब्ध होते हैं और उपयोग के बाद फेंक दिए जाते हैं, जिससे सफाई में भी आसानी होती है। लेकिन, इनका स्वास्थ्य पर गंभीर असर हो सकता है, जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं।

जी हाँ…! मात्र कुछ देर का समय बचाने के लिए आजकल लोग अपनी हेल्थ के साथ खिलवाड़ कर बैठते है बिना ये सोचे समझे की इससे उनके शरीर को कितना कुछ झेलना पड़ रहा हैं और शायद आगे भी पड़ सकता हैं। कई बार लोग समय बचाने के लिए बहार से खाना मांगा लेते हैं तो कभी बर्तन लेकिन डिस्पोज़ल का यूज़ उनके शरीर को जहर की तरह खा रहा हैं। कैसे? आइये जान लीजिये की कैसे ये आपके शरीर के लिए एक जहर बनता हैं……

डिस्पोजल के कप-प्लेट्स के नुकसान

प्लास्टिक के केमिकल्स:

कई डिस्पोजल के बर्तन प्लास्टिक से बने होते हैं, जिनमें बिसफेनॉल ए (BPA) जैसे हानिकारक रसायन पाए जाते हैं। ये रसायन गर्म खाने या पेय के संपर्क में आने पर उसमें मिल सकते हैं, जिससे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। यह केमिकल्स हार्मोनल असंतुलन, कैंसर, और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

मर्दों के बेजान पड़ चुके शरीर में ये 1 चीज भर देगी खली जैसी ताकत, बस रात को सोने से पहले कर ले सेवन?

स्टायरोफोम के प्रभाव:

स्टायरोफोम से बने डिस्पोजल के बर्तन भी आम हैं, जिन्हें पॉलिस्टाइरीन से बनाया जाता है। पॉलिस्टाइरीन गर्म खाने या पेय के संपर्क में आने पर स्टाइरीन नामक केमिकल रिलीज करता है, जो नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है और कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।

माइक्रोप्लास्टिक्स:

डिस्पोजल के बर्तनों में माइक्रोप्लास्टिक्स भी हो सकते हैं, जो धीरे-धीरे हमारे शरीर में जमा होते रहते हैं। इनका प्रभाव अभी पूरी तरह से ज्ञात नहीं है, लेकिन यह ज्ञात है कि ये हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

बैड Cholesterol को धमनियों से कुछ दिनों में जड़ से साफ़ कर देगी दही, बस करना होगा ये ईजी सा स्टेप फॉलो?

इकोलॉजिकल असर:

डिस्पोजल के कप-प्लेट्स न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं, बल्कि ये पर्यावरण को भी गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाते हैं। इनके नष्ट होने में कई साल लगते हैं, जिससे भूमि और जल प्रदूषण होता है।

बेहतर विकल्प

 

बायोडिग्रेडेबल बर्तन:

आजकल बाजार में बायोडिग्रेडेबल बर्तन उपलब्ध हैं, जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित होते हैं और स्वास्थ्य पर कोई बुरा असर नहीं डालते। इन्हें प्राकृतिक रूप से नष्ट किया जा सकता है।

कहीं आप भी तो नहीं पीते खाली पेट पानी? एक बार जान ले कितनी नुकसानदायक हो सकती हैं ये एक आदत

स्टील या कांच के बर्तन:

स्टील या कांच के बर्तन बार-बार उपयोग किए जा सकते हैं और ये स्वस्थ और पर्यावरण के लिए सुरक्षित विकल्प हैं।

पेपर बेस्ट बर्तन:

अगर डिस्पोजल ही उपयोग करना है, तो पेपर से बने बर्तन एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं। ये बायोडिग्रेडेबल होते हैं और इनका प्रभाव प्लास्टिक के मुकाबले बहुत कम होता है।

डिस्पोजल के कप-प्लेट्स का उपयोग स्वास्थ्य के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर सकता है। इसलिए, जितना हो सके, इनका उपयोग कम करने की कोशिश करें और सुरक्षित और टिकाऊ विकल्पों की ओर रुख करें।

क्या ब्रश करते समय आपकी भी जीभ से आ रहा हैं खून? आपका शरीर दे रहा हैं इस बीमारी का संकेत…

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Primary Teacher Union: सिरमौर में प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक, छुट्टियों के शेड्यूल में बदलाव पर चर्चा
Primary Teacher Union: सिरमौर में प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक, छुट्टियों के शेड्यूल में बदलाव पर चर्चा
Delhi Election 2025: AI बना सियासी दलों का बड़ा हथियार! चुनावी जंग के बीच पार्टियों की बयानबाजी शुरू
Delhi Election 2025: AI बना सियासी दलों का बड़ा हथियार! चुनावी जंग के बीच पार्टियों की बयानबाजी शुरू
‘बंटोगे तो लुटोगे…’, महापंचायत में राकेश टिकैत ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी, किसानों से की ये अपील
‘बंटोगे तो लुटोगे…’, महापंचायत में राकेश टिकैत ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी, किसानों से की ये अपील
Chhattisgarh News: 12 साल के छात्र का कमाल देख उड़ जाएंगे होश, बंध आंखों से पढ़ता है किताब
Chhattisgarh News: 12 साल के छात्र का कमाल देख उड़ जाएंगे होश, बंध आंखों से पढ़ता है किताब
PM Modi के मजबूत नेतृत्व के सामने झुकी अमेरिका, बदलना पड़ा ये कानून, मुंह ताकते रह गए जिनपिंग-शहबाज
PM Modi के मजबूत नेतृत्व के सामने झुकी अमेरिका, बदलना पड़ा ये कानून, मुंह ताकते रह गए जिनपिंग-शहबाज
झालावाड़ का मसीहा बना विष्णु प्रसाद,जाते-जाते 8 लोगों को दी नई जिंदगी
झालावाड़ का मसीहा बना विष्णु प्रसाद,जाते-जाते 8 लोगों को दी नई जिंदगी
Nitish Kumar: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा की तैयारियाँ जोरों पर, वाल्मीकि नगर से शुरू होगी यात्रा
Nitish Kumar: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा की तैयारियाँ जोरों पर, वाल्मीकि नगर से शुरू होगी यात्रा
Thak-Thak Gang News: दिल्ली-पंजाब तक ‘ठक ठक’ गैंग का फैला आतंक! मास्टरमाइंड गिरफ्तार
Thak-Thak Gang News: दिल्ली-पंजाब तक ‘ठक ठक’ गैंग का फैला आतंक! मास्टरमाइंड गिरफ्तार
National Children Award: गोल्डी कुमारी जिन्होंने देश का नाम किया रोशन, जानें बिहार की बेटी की खास उपलब्धि
National Children Award: गोल्डी कुमारी जिन्होंने देश का नाम किया रोशन, जानें बिहार की बेटी की खास उपलब्धि
न अमेरिका, न यूरोप, 1 टीवी शो की वजह से रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ गई जंग, वो एक्टर जो आगे चलकर बना राष्ट्रपति और बर्बाद कर दिया अपना देश
न अमेरिका, न यूरोप, 1 टीवी शो की वजह से रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ गई जंग, वो एक्टर जो आगे चलकर बना राष्ट्रपति और बर्बाद कर दिया अपना देश
क्यों दुर्योधन की जांघ तोड़कर ही भीम ने उतारा था उसे मौत के घाट, पैर में छिपा था ऐसा कौन-सा जीवन का राज?
क्यों दुर्योधन की जांघ तोड़कर ही भीम ने उतारा था उसे मौत के घाट, पैर में छिपा था ऐसा कौन-सा जीवन का राज?
ADVERTISEMENT