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India News (इंडिया न्यूज़), Ajit Doval: भारत में सुरक्षा की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है, उनका नाम है अजीत कुमार डोभाल। 79 साल की उम्र में भी उनकी तीव्रता और अनुभव उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे भरोसेमंद सलाहकारों में से एक बनाता है। अजीत डोभाल का करियर, शिक्षा और वर्तमान पद उनके योगदान और योग्यता को रेखांकित करता है। आइए, उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर नजर डालते हैं।
अजीत कुमार डोभाल 1968 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी सेवा के दौरान भारतीय खुफिया एजेंसियों में लंबे समय तक कार्य किया है और उन्हें देश के आंतरिक और बाहरी सुरक्षा मामलों का गहरा अनुभव है। डोभाल का नाम उन अधिकारियों में गिना जाता है जिन्होंने भारत के लिए कई खुफिया अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
अजीत डोभाल 30 मई 2014 से भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor, NSA) के पद पर तैनात हैं। वे इस पद पर नियुक्त होने वाले देश के 5वें NSA हैं। इस भूमिका में वे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (NSCS) का नेतृत्व करते हैं और देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से जुड़े मामलों का संचालन उनके ही कंधों पर है। वे कई अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनकी रणनीतिक सोच को उच्च स्तर पर सराहा जाता है।
अजीत डोभाल का जन्म 20 जनवरी 1945 को हुआ था, और आज वे 79 साल के हैं। उनकी उम्र के बावजूद, वे अभी भी सुरक्षा मामलों में उतने ही सक्रिय और प्रभावी हैं। डोभाल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा राजस्थान के अजमेर स्थित मिलिट्री स्कूल से की थी। इसके बाद उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की।
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अजीत डोभाल ने अपने करियर की शुरुआत एक पुलिस अधिकारी के रूप में की थी, लेकिन उनकी काबिलियत ने उन्हें खुफिया ब्यूरो (Intelligence Bureau) का निदेशक बनने का मौका दिया। जनवरी 2005 में वे इस पद से रिटायर हुए। अपने करियर के दौरान उन्होंने कई पुरस्कार जीते, जिनमें पुलिस पदक, राष्ट्रपति का पुलिस पदक और कीर्ति चक्र शामिल हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय की वेबसाइट के अनुसार, अजीत डोभाल को पे लेवल 18 के तहत सैलरी मिलती है। उनकी मासिक सैलरी 2.5 लाख रुपये है, जो उन्हें सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले IPS अधिकारियों में से एक बनाता है।
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