वाइट शुगर vs ब्राउन शुगर
1. वाइट शुगर (सफेद चीनी):
- प्रोसेसिंग: वाइट शुगर अत्यधिक प्रोसेस की जाती है, जिसमें गन्ने या चुकंदर के रस से सारे पोषक तत्व निकाल लिए जाते हैं। इसका परिणाम केवल सादा कैलोरी होता है, जिसे “खाली कैलोरी” कहा जाता है।
- पोषक तत्व: सफेद चीनी में पोषक तत्व नगण्य होते हैं। यह सिर्फ शुद्ध सुक्रोज होती है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा तो देती है, लेकिन इससे कोई विटामिन, मिनरल या फाइबर नहीं मिलता।
- सेहत पर असर: ज्यादा मात्रा में सफेद चीनी का सेवन वजन बढ़ने, डायबिटीज, दिल की बीमारियों और दांतों की समस्याओं का कारण बन सकता है।
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2. ब्राउन शुगर (भूरी चीनी):
- प्रोसेसिंग: ब्राउन शुगर सफेद चीनी की तुलना में थोड़ी कम प्रोसेस होती है। इसमें गुड़ या गन्ने के रस की थोड़ी मात्रा मिलाई जाती है, जिससे इसका रंग भूरा हो जाता है। यह हल्का सा स्वाद में भी फर्क लाता है।
- पोषक तत्व: ब्राउन शुगर में सफेद चीनी की तुलना में थोड़े अधिक पोषक तत्व होते हैं, जैसे कि कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और मैग्नीशियम, लेकिन उनकी मात्रा काफी कम होती है।
- सेहत पर असर: हालांकि ब्राउन शुगर थोड़ी बेहतर हो सकती है, लेकिन इसे भी अधिक मात्रा में खाने से वही समस्याएं हो सकती हैं जो सफेद चीनी के साथ होती हैं।
गुड़ (Jaggery) क्यों बेहतर है?
1. प्राकृतिक और कम प्रोसेस्ड:
गुड़ को चीनी की तुलना में बहुत कम प्रोसेस किया जाता है। गन्ने के रस को उबालकर और ठंडा करके सीधे गुड़ बनाया जाता है, इसलिए इसमें प्राकृतिक पोषक तत्व जैसे कि मिनरल्स और विटामिन्स बरकरार रहते हैं। गुड़ में फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम की मात्रा भरपूर होती है, जो शरीर के लिए लाभदायक होते हैं।
2. एनर्जी बूस्टर:
गुड़ शरीर में धीरे-धीरे पचता है, जिससे ऊर्जा धीरे-धीरे रिलीज होती है। यह सफेद चीनी की तरह तुरंत ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाता, जो डायबिटीज और अन्य बीमारियों के लिए जोखिम को कम करता है।
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3. डिटॉक्सिफायर:
गुड़ एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह खासकर लिवर को साफ रखने में सहायक होता है।
4. हीमोग्लोबिन स्तर में सुधार:
गुड़ में आयरन की मात्रा अधिक होती है, जो हीमोग्लोबिन स्तर को बढ़ाने में मदद करती है। यह एनीमिया के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है।
5. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद:
गुड़ पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह पेट को साफ रखने और कब्ज की समस्या से बचाने में सहायक होता है।
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क्यों डॉक्टर गुड़ को प्राथमिकता देते हैं?
- कम प्रोसेसिंग: गुड़ को कम प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसमें पोषक तत्व बेहतर तरीके से सुरक्षित रहते हैं।
- पोषक तत्वों की प्रचुरता: गुड़ में मिनरल्स और विटामिन्स की मात्रा होती है, जो सामान्य चीनी में नहीं पाई जाती।
- स्वास्थ्यवर्धक: गुड़ का सेवन शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ इम्यूनिटी को बढ़ाता है और शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है।
निष्कर्ष
हालांकि ब्राउन शुगर सफेद चीनी से थोड़ी बेहतर हो सकती है, लेकिन गुड़ सबसे बेहतर विकल्प है। यह न केवल एक प्राकृतिक स्वीटनर है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। यही कारण है कि डॉक्टर और पोषण विशेषज्ञ चीनी की बजाय गुड़ को अपनाने की सलाह देते हैं।
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