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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
अमेरिका में 9 सितंबर 2001 (9/11 Attack) को हुए हमलों को आज 20 साल पूरे हो गए। इस दिन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, पेंटागन और एक अन्य जगह पर हुए आतंकी हमलों ने पूरी दुनिया को दहला दिया था। अफगानिस्तान (Afghanistan) में ओसामा बिन-लादेन (Osama-Bin-laden) और उसके संगठन अल-कायदा (Al-Kayda) को खत्म करने की अमेरिका की कार्रवाई इसी हमले के बाद शुरू हुई। अमेरिकी सेनाओं ने दूसरे देश जाकर ओसामा बिन-लादेन को मारने के बाद अल-कायदा को हाशिए पर धकेल दिया, लेकिन 9/11 हमलों के बाद अमेरिका में ही पकड़े गए आरोपियों को अब तक सजा नहीं मिली है। हालात ऐसे हैं कि आतंकी हमलों के 20 साल बीतने के बाद भी उन आरोपियों के मामलों की सुनवाई तक शुरू नहीं हुई।
9/11 हमले के बाद अमेरिका की आंतरिक सुरक्षा एजेंसियों ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें खालिद शेख मोहम्मद को हमले का मास्टरमाइंड करार दिया गया, जबकि उसके साथ चार और लोग वालिद बिन अताश, रमजी बिन अल-शिभ, अम्मार अल-बलूची और मुस्तफा अल हवसावी आरोपी बनाए गए थे। उन पर प्लेन हाईजैकिंग में शामिल रहे 19 लोगों की मदद करने के आरोप लगाए गए।
इन सभी आरोपियों को 2002 से 2003 के बीच गिरफ्तार किया गया। इन पांचों आरोपियों पर 11 सितंबर की घटना के लिए आतंकवाद और युद्ध अपराध की धाराओं में मामला दर्ज किया गया। उन्हें मौत की सजा देने की मांग की गई। अमेरिकी अदालत में केस चलाने के लिए इन सभी को ग्वानतनामो बे की जेल में भेज दिया गया, जहां उन पर सैन्य अदालत में केस चलाया जा रहा है।
अमेरिका में हालात इतने खराब हैं कि ग्वानतनामो बे की जेल में कैद इन सभी लोगों के खिलाफ दर्ज मामले में अब तक सुनवाई भी शुरू नहीं हुई है। इन पांचों को पहली बार 5 मई 2012 को अदालत में पेश तो किया गया, लेकिन मामले का ट्रायल ही नहीं हुआ। दिलचस्प बात यह है कि इन आरोपियों की सुनवाई के लिए जो विशेष अदालत बनवाई गई, उस पर ही करीब 88 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं।
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