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India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित पतंग महोत्सव में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के बयान ने राजनीतिक माहौल गर्मा दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पतंग नहीं कटेगी, बल्कि उनकी पतंग पूरे देश में ऊंची उड़ान भर रही है। साथ ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेकर कहा कि उनकी पतंग राजस्थान को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है।
विपक्ष ने जताई नाराजगी
मदन राठौड़ के इस बयान पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। विपक्ष ने इसे जनता के असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की रणनीति करार दिया। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “जब प्रदेश में बेरोजगारी और महंगाई चरम पर है, तब बीजेपी नेता पतंगबाजी कर रही है और विकास की झूठी बातें उड़ाई जा रही हैं।”
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मंत्रिमंडल फेरबदल और पतंगबाजी
मदन राठौड़ ने मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर भी बयान दिया कि “जीवन परिवर्तनशील है और संभावनाएं बनी रहती हैं। देखते रहिए, क्या-क्या होता है।” इसे लेकर भी विपक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी में अंदरूनी कलह इतनी बढ़ गई है कि नेताओं को अपने मंत्रियों की “पतंग” कटने का डर सताने लगा है। इस महोत्सव में कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं की एक साथ मौजूदगी ने भी राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दिया। राठौड़ ने कहा, “राजनीति में विरोध नीतिगत होता है, दुश्मनी नहीं।” लेकिन विपक्ष ने इसे राजनीतिक ड्रामा करार दिया।
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स्थानीय मुद्दों पर ध्यान न देने का आरोप
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जब राज्य के किसान पानी की कमी, और युवा रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तब बीजेपी नेता महज प्रतीकात्मक बातों और महोत्सवों में व्यस्त हैं। महोत्सव की आयोजन स्थल की सीढ़ियों पर लिखे संदेश “मंजिल अभी दूर है”, “अब आपको अपनी उम्र का एहसास हो गया होगा” और “दिल के डॉक्टर उपलब्ध हैं” ने भी चर्चा बटोरी। कांग्रेस ने इसे “संदेशों के बहाने बीजेपी की खोखली उपलब्धियों” का प्रतीक बताया। यह पूरा मामला अब राजनीतिक विवाद का रूप ले चुका है, जहां एक ओर बीजेपी अपने नेतृत्व की प्रशंसा में जुटी है, वहीं विपक्ष इसे “प्रचार की राजनीति” कहकर निशाना साध रहा है।
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