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हरियाणा के युवाओं को रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेले जाने पर सांसद कुमारी सैलजा ने जताई चिंता, केंद्र सरकार से की ये बड़ी मांग

Kumari Selja: सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा के 2 युवाओं को धोखे से युक्रेन सीमा पर युद्ध पर भेजने पर चिंता व्यक्त की है.

Written By: shristi S
Last Updated: September 11, 2025 15:16:20 IST

Kumari Selja on Haryana Youth Trapped Russia Ukraine War: हरियाणा में बेरोजगारी की समस्या एक बार फिर सुर्खियों में है। सिरसा की सांसद और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव कुमारी सैलजा ने हाल ही में सामने आए उस मामले पर गहरी चिंता जताई है, जिसमें फतेहाबाद जिले के कुम्हारिया गांव के दो युवा अंकित जांगड़ा (23) और विजय पूनियां (25) को धोखे से रूस ले जाकर यूक्रेन सीमा पर युद्ध में धकेल दिया गया।

बेरोजगारी बनी युवाओं की मजबूरी

सैलजा ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि जब उन्होंने इन दोनों युवाओं का वीडियो सोशल मीडिया पर देखा तो मन बेहद व्यथित हुआ। उनके अनुसार यह घटना केवल मानवीय संकट का प्रतीक नहीं है, बल्कि हरियाणा में बेरोजगारी की भयावह स्थिति को भी उजागर करती है। सांसद ने बताया कि हरियाणा पिछले लंबे समय से देशभर में सबसे अधिक बेरोजगारी दर वाला राज्य बना हुआ है। हालिया आंकड़ों के अनुसार राज्य की बेरोजगारी दर 25–30 प्रतिशत तक पहुँच चुकी है, जो राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है। यही मजबूरी युवाओं को विदेश जाने और कई बार खतरनाक तथा धोखाधड़ीपूर्ण परिस्थितियों में फँसने के लिए विवश कर रही है।

केंद्र सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील

कुमारी सैलजा ने केंद्र सरकार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने कहा कि न सिर्फ अंकित और विजय, बल्कि अन्य फंसे भारतीय युवाओं की भी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जानी चाहिए। साथ ही विदेशों में युवाओं की तस्करी और झूठे रोजगार के झांसे को रोकने के लिए कड़ी नीतियाँ बनाना समय की मांग है।

सैलजा ने सुझाव दिया कि भारत सरकार को हरियाणा सहित पूरे देश में युवाओं के लिए पर्याप्त रोजगार अवसर पैदा करने की दिशा में ठोस और समयबद्ध योजना लागू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब हरियाणा के युवा रूस-यूक्रेन युद्ध क्षेत्र में फंसे हों। इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।

परिवारों की व्यथा

उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी परिवार नहीं चाहता कि उसके बच्चे ऐसे क्षेत्रों में जाएं जहां युद्ध या अशांति हो। लेकिन पेट की मजबूरी और रोजगार की तलाश में युवा जोखिम उठाने को विवश हो जाते हैं। सांसद ने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार इस गंभीर मानवीय संकट पर संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत कार्यवाही करेगी और सभी युवाओं को सुरक्षित स्वदेश लाने का प्रयास करेगी।

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