Nepo Kids: नेपाल के जेन-जी युवाओं ने भ्र्ष्टाचार के खिलाफ कड़ा विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर #NepoKids ट्रेंड करने लगा था. इस दौरान Gen Z ने आरोप लगाया था कि अवैध लोगों के बच्चे आम लोगों के पैसों से ऐशो-आराम की जिंदगी काट रहे हैं और बिना मेहनत किए वो अपनी जिंदगी में सारे सुख पा रहे हैं.
इन लोगों में से किसी ने ‘मिस नेपाल’ का खिताब जीता है तो किसी ने ‘चैंबर ऑफ कॉमर्स’ का चुनाव जीता है. Gen-Z का कहना है कि ये सभी “अमीर माता-पिता” के बच्चे हैं, जिनका जीवन देश की जनता की कमाई पर चलता है. चलिए जान लेते हैं कि कौन हैं वो नेपो किड्स, जिनके अय्याश से भरी जिंदगी स Gen Z भड़के हुए हैं.
कौन है सौगत थापा
सौगत थापा वो नाम है जिसने नेपाल से अपने पिता के नाम पर चैंबर ऑफ कॉमर्स का चुनाव जीता है. जी हां ये शख्स पूर्व कानून मंत्री बिंदु कुमार थापा के बेटे हैं. जेन-जेड युवाओं का कहना है कि इन लोगों को इनके पिता की पावर का फायदा मिला है. इसके अलावा, इन लोगों की जीवनशैली भी आम नहीं थी. वो विदेश में रहता था, बारूदी सुरंगें दिखाता था और उसकी जीवनशैली से ऐसा लगता था कि वो किसी बड़े व्यापारी का बेटा है, लेकिन असल में उसके पिता एक राजनेता थे. वहीं अब कहा जाता है कि सौगत थापा के पास चैंबर ऑफ कॉमर्स के लिए ज़रूरी योग्यताएं नहीं थीं.
श्रींखा खातीवाड़ा से भी जलते हैं Gen Z
सिर्फ यही नहीं श्रींखा खातीवाड़ा का नाम भी Gen Z सूची में शामिल है. दिलचस्प बात ये है कि श्रींखा खातीवाड़ा ने ‘मिस नेपाल वर्ल्ड’ का खिताब जीता है, लेकिन युवाओं का कहना है कि उन्हें यह खिताब अपने पिता की पहूंच के कारण मिला है. श्रींखा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बिरोध खातीवाड़ा की बेटी हैं. उनकी उम्र 29 साल है. वो भी एक आलीशान जिंदगी जीती हैं और विदेश में घूमती फिरती हैं. Gen Z आंदोलन के बाद, इंस्टाग्राम पर उनके फॉलोअर्स की संख्या में एक लाख की कमी आई है.
कौन है बीना मगर
इसके बाद, Gen Z की नेपो किड्स की लिस्ट में बीना मगर का भी नाम है. बीना मगर पर भ्रष्टाचार के आरोप तक लगे हैं. #NepoKid के साथ उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं. बीना पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ की बहू हैं. वो नेपाल की जल मंत्री थीं और इस दौरान उन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे. आरोप है कि बीना सरकारी पैसों से विदेश यात्रा करती थीं. उन्हें भाई-भतीजावाद की राजनीति का फ़ायदा हुआ है. उन्होंने ग्रामीण जल योजना के बजट में कटौती करके अपनी जेबें भरीं.