928
Jharkhand Murder Case: झारखंड के हंसडीहा थाना क्षेत्र के महेशजोरा गांव में शुक्रवार को उस समय सन्नाटा पसर गया जब पुलिस ने सोमवार से लापता पाँच वर्षीय पुष्पा कुमारी का शव गांव के ही एक कुएँ से बरामद किया. इस दिल दहला देने वाली वारदात का खुलासा तब हुआ जब बच्ची के ही पिता मनोज राय ने अपराध स्वीकार करते हुए अपनी बेटी की हत्या करने की बात मान ली. वजह थी शराब की लत और जमीन बेचने को लेकर पत्नी से चल रहा विवाद.
क्या हैं पूरा मामला?
मनोज राय लंबे समय से शराब का आदी था. नशे की लत पूरी करने के लिए उसने पहले भी कई बार खेत-खलिहान की जमीन बेची थी। उसकी पत्नी रामवती देवी हमेशा विरोध करती रही. हाल ही में जब वह एक और जमीन बेचने पर अड़ा तो रामवती ने साफ मना कर दिया. इसी को लेकर घर में तनाव बढ़ गया और मनोज ने पत्नी को धमकी दी कि इस बार “जितिया पर्व धूमधाम से मनाएंगे. सोमवार की दोपहर पाँच साल की पुष्पा घर पर ही भोजन कर रही थी. उसी दौरान अचानक वह लापता हो गई। घरवालों ने आसपास के इलाकों में खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. शाम तक भी बच्ची के घर न लौटने पर परिजन बेचैन हो उठे और अगले दिन थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
शक की सुई पिता पर अटकी
गांव वालों को शुरू से ही मनोज पर शक था. मंगलवार को ग्रामीणों ने उसे पकड़कर पूछताछ और पिटाई भी की, मगर वह टालमटोल करता रहा. उसने केवल इतना कहा कि “कुएँ में देखो”. हालांकि उस समय तक बच्ची का कोई पता नहीं चला.
पुलिस की कार्रवाई
गुरुवार को जब बच्ची का सुराग नहीं मिला तो परिजनों ने पुलिस को विस्तार से जानकारी दी। पुलिस ने मनोज को थाने बुलाकर सख्ती से पूछताछ की. दबाव में उसने अपना अपराध कबूल कर लिया और बताया कि उसने ही बेटी को मौत के घाट उतारा है. उसकी निशानदेही पर शुक्रवार को घर से लगभग 100 मीटर दूर स्थित कुएँ से बच्ची का शव बरामद किया गया. शव मिलने के समय पुष्पा की मां रामवती देवी शहर में बेटी की तलाश में जुटी हुई थी. शाम चार बजे जब पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले गई, तब उसे फोन पर सूचना दी गई. मां के पहुँचने के बाद करीब पाँच बजे पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी हुई.