Sharadiya Navratri-2025 Totkey : हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व बहुत पवित्र माना जाता है. ये पर्व साल में चार बार आता है, लेकिन शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है. ये पर्व मां दुर्गा और उनके नौ स्वरूपों की आराधना का प्रतीक होता है. साल 2025 की शारदीय नवरात्रि अब कुछ ही दिनों में आरंभ होने जा रही है और भक्तगण इसकी तैयारियों में जुट चुके हैं.
नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा की आराधना के दौरान दीपक जलाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है. दीपक को आध्यात्मिक प्रकाश का प्रतीक माना जाता है. दीपक जलाना पूजा की एक अनिवार्य परंपरा है जो न केवल वातावरण को पवित्र बनाता है, बल्कि देवी की विशेष कृपा प्राप्त करने का भी माध्यम बनता है.
कपूर का दीया
हालांकि नवरात्रि में सामान्यतः घी या तेल का दीपक जलाया जाता है, लेकिन यदि इन दिनों कपूर का दीपक जलाया जाए, तो इसका प्रभाव कई गुना अधिक हो जाता है. कपूर हिंदू धर्म में शुद्धता और ऊर्जा का प्रतीक माना गया है. जब कपूर जलाया जाता है, तो उससे उत्पन्न धुआं नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है और वातावरण में शांति फैलाता है. साथ ही, उसकी सुगंध मानसिक तनाव को कम करती है और एक आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करती है.
घर पर ऐसे बनाएं शुद्ध दीपक
आजकल बाजार में मिलने वाली बातियों में मिलावट की संभावना होती है. ऐसे में शुद्ध देसी घी और कपूर से घर पर ही दीपक तैयार करना सबसे उत्तम उपाय है. एक कपास की बाती लें, उसे देसी घी में भिगोकर तैयार करें और उसमें शुद्ध कपूर मिलाकर दीपक जलाएं. इस तरह से तैयार दीपक का प्रभाव और लाभ कई गुना बढ़ जाता है.
कपूर दीपक के फायदे
नवरात्रि के नौ दिनों में प्रतिदिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. यदि हर दिन पूजा के समय कपूर का दीपक जलाया जाए, तो घर में सुख-समृद्धि, शांति और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी कपूर में जीवाणुनाशक गुण होते हैं, जो वातावरण को शुद्ध करते हैं और कीटाणुओं को नष्ट करते हैं.
नवरात्रि में कपूर का दीपक जलाना न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि ये वैज्ञानिक रूप से भी लाभकारी है.