Sitapur news: बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह पर मंगलवार को उनके ऑफिस में एक स्कूल के प्रिंसिपल ने बेल्ट से हमला कर दिया. आरोपी ने 22 सेकंड में तीन बार बेल्ट से मारा. जब बीएसए ने पुलिस को फोन करने के लिए फोन उठाया तो प्रिंसिपल ने वह छीनकर तोड़ दिया। उसने सरकारी कागजात भी फाड़ दिए. जब क्लर्क प्रेम शंकर मौर्या ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो प्रिंसिपल ने उस पर भी हमला कर दिया. पुलिस ने मामला दर्ज कर शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया.
बीएसए पर क्यों फूट पड़ा प्रिंसिपल का गुस्सा?
बताया दोपहर करीब 4 बजे, महमूदबाद ब्लॉक के नदवा प्राइमरी स्कूल के प्रिंसिपल बृजेंद्र कुमार वर्मा बीएसए ऑफिस पहुंचे. BSE ने एक मामले में सुनवाई के लिए उन्हें बुलाया था. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बीएसए ने लापरवाही के लिए प्रिंसिपल को डांट लगाई। इससे वह भड़क गए। उन्होंने बीएसए को गालियां दीं और फिर बेल्ट निकालकर उसे 4-5 बार मारा.
प्रिंसिपल ने जब मारा तो बेल्ट के लोहे का कुंडा उनके सिर पर भी लगा. जब बीएसए ने फोन उठाने की कोशिश की तो प्रिंसिपल ने उसे छीनकर तोड़ दिया. प्रिंसिपल ने बीएसए की मेज पर रखे सरकारी कागजात भी फाड़ दिए. जब क्लर्क प्रेम शंकर ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो प्रिंसिपल ने उस पर भी हमला कर दिया. शोर सुनकर दूसरे कर्मचारी आए और उन्होंने प्रिंसिपल को पकड़ा. बाद में पुलिस प्रिंसिपल को थाने ले गई। बीएसए की शिकायत पर प्रिंसिपल के खिलाफ हत्या की कोशिश और सरकारी कागजात नष्ट करने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया. घटना की जानकारी मिलने पर कई शिक्षक संगठनों के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. इंस्पेक्टर अनुप शुक्ला ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। वहीँ, देर शाम बीएसए ने जिला अस्पताल में अपना मेडिकल करवाया.
मामला क्या था?
बीएसए ने बताया कि प्रिंसिपल ने अपने विद्यालय की एक सहायक अध्यापिका को लापरवाही बरतने का नोटिस दिया था. इस नोटिस को उसने वाट्सअप ग्रुपों में शेयर कर दिया. इस पर शिक्षिका ने शिकायत की थी. इस शिकायत का उत्तर देने के लिए प्रिंसिपल को बीएसए कार्यालय बुलाया था. इस दौरान यह घटना हुई.
बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि उन्होंने प्रिंसिपल को नोटिस के जवाब के लिए बुलाया था. उन्हें ऐसी हरकत दोबारा न करने की चेतावनी दी गई थी. इसी चेतावनी के दौरान उनके साथ मारपीट हुई.