8th Pay Commission 2025: देश भर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पढ़ाने वाले असिस्टेंट प्रोफेसरों के लिए एक ऐसी खुशखबरी है जो उनकी किस्मत को पूरी तरह पलट कर रख देगी. जैसा की आप सभी जानते हैं कि 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें जल्द ही लागू होने वाली हैं, जिससे उनके वेतन में अच्छी-खासी बढ़ोतरी हो सकती है. अगर आप भी इस पद पर हैं या इसमें करियर बनाने के लिए तैयार हैं, तो आप भी इसका लाभ उठा सकते हैं, आइए जान लेते हैं कि 8वें वेतन आयोग के बाद असिस्टेंट प्रोफेसरों के वेतन में कितनी बढ़ोतरी होगी और इसका उनके मूल वेतन पर कितना असर देखने को मिलेगा.
असिस्टेंट प्रोफेसर की है कितनी सैलरी?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक असिस्टेंट प्रोफेसर का वर्तमान मूल वेतन ₹56,100 प्रति माह है. इसमें महंगाई भत्ता (डीए), मकान किराया भत्ता (एचआरए), शहर भत्ता (सीसीए), चिकित्सा सुविधाएं और बाकी लाभ भी शामिल हैं. लेकिन ये सभी भत्ते पुराने मूल वेतन पर आधारित हैं, लेकिन 8वें वेतन आयोग के लागू होने के साथ यह पूरा ढांचा बदल जाएगा.
आठवें वेतन आयोग के बाद कितनी हो जाएगी सैलरी
जैसा की आप सभी जानते हैं कि वेतन वृद्धि में फिटमेंट फैक्टर की अहम भूमिका होती है. यह एक गुणांक है जो पुराने वेतन को नए वेतन में बदल देता है. विशेषज्ञों का कहना है कि सहायक प्रोफेसरों के लिए फिटमेंट फैक्टर 2.57 निर्धारित किया गया है. इस फैक्टर को लागू करने पर मूल वेतन लगभग ₹144,117 प्रति माह तक बढ़ सकता है. इसका मतलब है कि वर्तमान मूल वेतन ₹56,100 से बढ़कर लगभग ₹1.44 लाख हो जाएगा.
मिलेंगे और भी बड़े लाभ
सिर्फ मूल वेतन में वृद्धि ही नहीं बल्की इसके बाद भी मकान किराया भत्ता (HRA), नगर भत्ता (CCA), चिकित्सा लाभ और बाकी लाभ भी नए मूल वेतन के अनुरूप बढ़ेंगे. इसका सीधा-सीधा मतलब है कि एक सहायक प्रोफेसर का कुल वेतन पहले से ज़्यादा आकर्षक होगा और जीवन स्तर पहले से कई ज्यादा बेहतर होगा.