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Bihar Assembly Elections 2025: क्या अब्दुल बारी सिद्दीकी जॉइन करेंगे जन सुराज? प्रशांत किशोर से मुलाकात पर खुद किया बड़ा खुलासा

Abdul Bari Siddiqui: अब्दुल बारी सिद्दीकी और प्रशांत किशोर की वायरल तस्वीर ने बिहार के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाई, जिसपर सिद्दीकी ने बड़ा खुलासा किया है.

Written By: shristi S
Last Updated: October 4, 2025 11:43:08 IST

Abdul Bari Siddiqui on Viral Photo: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आते ही राज्य का राजनीतिक माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है. हर दल अपनी ताकत बढ़ाने और चुनावी रणनीति को मज़बूत करने में जुटा है. इसी बीच सोशल मीडिया पर नेताओं के संभावित पाला बदलने और गठजोड़ को लेकर अफवाहें भी तेजी से फैल रही हैं. इसी कड़ी में RJD के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी का नाम सामने आया है, जिसमें उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

क्या हैं पूरा मामला?

जानकारी के लिए बता दें कि, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें RJD के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर मुस्कुराते हुए बातचीत करते दिख रहे हैं। तस्वीर को लेकर दावा किया गया कि सिद्दीकी जल्द ही ‘जन सुराज’ से जुड़ सकते हैं और प्रशांत किशोर के साथ नया राजनीतिक सफर शुरू कर सकते हैं. इस पर उन्होंने चुप्पी तोड़ी है.

क्या है अब्दुल बारी सिद्दीकी की प्रतिक्रिया?

इस वायरल खबर पर अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए साफ किया कि तस्वीर और अफवाहें वास्तविक स्थिति को नहीं दर्शातीं. उन्होंने कहा कि इस तस्वीर का संदर्भ केवल एक कॉन्क्लेव था, जिसमें वह आमंत्रित अतिथि के रूप में मौजूद थे. मन्नी लाल मंडल और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राज भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे. कॉन्क्लेव समाप्त होने के बाद आयोजकों ने बाहर चाय और बिस्कुट का इंतज़ाम किया था. इसी दौरान उन्होंने प्रशांत किशोर से मुलाकात की और सामान्य बातचीत करते हुए चाय पी. इस दौरान दोनों के बीच किसी भी प्रकार की राजनीतिक चर्चा या पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव नहीं रखा गया. सिद्दीकी ने स्पष्ट किया कि अगर कभी उन्हें किसी पार्टी में शामिल होने का ऑफर मिलेगा, तो वह सार्वजनिक और औपचारिक रूप से किया जाएगा, न कि किसी निजी बैठक में.

सोशल मीडिया और अफवाहों का असर

राजनीतिक माहौल में सोशल मीडिया की भूमिका अक्सर विवादास्पद साबित होती है। चुनावी समय में एक तस्वीर या वीडियो को कई बार गलत संदर्भ में प्रस्तुत किया जाता है, जिससे जनता के बीच भ्रम फैलता है। सिद्दीकी की प्रतिक्रिया इस बात को स्पष्ट करती है कि वायरल सामग्री पर भरोसा करने से पहले संदर्भ समझना ज़रूरी है।

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