आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में भी शकुन और अपशकुन जैसे शब्द सुनते ही मन में एक अनजाना डर या फिर खुशी का एहसास जाग उठता है. हमारे आसपास घटित होने वाली कई प्राकृतिक घटनाएं, शरीर की क्रियाएं और यहां तक कि सपनों को भी प्राचीन काल से ही शुभ-अशुभ संकेतों से जोड़ा गया है. जैसे, किसी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले छींक आना या बिल्ली का रास्ता काटना अपशकुन माना जाता है, वहीं घर से निकलते समय शंख या घंटी की आवाज सुनाई देना शुभ शकुन का प्रतीक समझा जाता है. पीढ़ी दर पीढ़ी यह परंपरा और मान्यताएं आगे बढ़ती रही हैं और आज भी लोग इनसे मार्गदर्शन लेने में विश्वास रखते हैं. आइए जानें, कुछ प्रमुख शकुन-अपशकुन और उनके अर्थ.
शव यात्रा का दिखना
रास्ते में शव यात्रा दिखाई दे तो इसे शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इससे काम में आ रही रुकावटें दूर हो जाती हैं और सफलता जल्दी मिलती है.
मोरपंख मिलना
घर से बाहर निकलते समय यदि रास्ते में मोरपंख मिल जाए तो यह बहुत शुभ संकेत है. यह इस बात का सूचक है कि जीवन में सुख-समृद्धि आने वाली है.
बछड़े का दूध पीना
काम पर जाते समय गाय या उसके बछड़े को दूध पीते हुए देखना अत्यंत शुभ माना जाता है. यह संकेत सफलता और प्रगति का प्रतीक है.
नेवला दिखना
सुबह सोकर उठने के तुरंत बाद नेवला दिख जाए तो यह आर्थिक स्थिति में सुधार और छिपे धन की प्राप्ति का संकेत माना जाता है.
सपने में मधुपान करना
यदि सपने में आप खुद को मधुपान करते हुए देखें, तो यह शुभ शकुन है. इसका अर्थ है कि जल्द ही विवाह योग बनेगा और दांपत्य जीवन सुखद रहेगा.
देवी-देवता की मूर्ति या चित्र का खंडित होना
घर में देवी-देवता की मूर्ति या चित्र का टूट जाना अपशकुन माना जाता है. यह भविष्य में आने वाली किसी अनहोनी का संकेत देता है.
रोने की आवाज सुनना
कुत्ते या बिल्ली की रोने जैसी आवाज सुनाई दे तो यह नकारात्मक संकेत माना जाता है. मान्यता है कि इससे आसपास किसी कष्ट या मृत्यु की संभावना रहती है.
खाली बाल्टी का दिखना
घर से निकलते समय खाली बाल्टी दिखाई देना भी अशुभ माना जाता है. ऐसा होने पर कार्य में सफलता की संभावना कम हो जाती है.