Chandigarh News: हरियाणा में संपन्नता और करोड़पति परिवारों की संख्या में बढ़ रही है. मर्सिडीज-बेंज और हुरुन इंडिया वेल्थ रिपोर्ट 2025 के अनुसार, चार वर्षों में करोड़पतियों की संख्या 91 प्रतिशत बढ़कर 30,500 हो गई है. 2020-21 में यह संख्या 16,500 थी. इन धनी व्यक्तियों के पास न्यूनतम ₹10 करोड़ की संपत्ति है. कृषि, आईटी, रियल एस्टेट और मैन्युफैक्चरिंग हरियाणा में करोड़पतियों की वृद्धि के चार मुख्य स्तंभ हैं।
करोड़पतियों की संख्या में 138 प्रतिशत की वृद्धि के साथ तेलंगाना ने देश में पहला स्थान हासिल किया है. हरियाणा दूसरे स्थान पर है. हरियाणा देश के सबसे अमीर राज्यों की सूची में भी 10वें स्थान पर पहुंच गया है. रिपोर्ट के अनुसार, यदि सरकार उद्योग, स्टार्टअप और कृषि को संतुलित तरीके से क्षेत्र-विशिष्ट रणनीति और कड़ी निगरानी के साथ बढ़ावा देती है, तो अगले पांच सालों में (2030 तक) राज्य 50,000 करोड़पति परिवारों का घर बन सकता है.
देश के 10 शहरों में गुरुग्राम शामिल, राज्य में पहले स्थान पर
राज्य की समृद्धि मुख्य रूप से गुरुग्राम, फरीदाबाद, करनाल और पंचकूला जैसे शहरी क्षेत्रों में केंद्रित है. गुरुग्राम राज्य के एक तिहाई से ज़्यादा करोड़पतियों का घर है. गुरुग्राम ने खुद को देश में एक प्रमुख कॉर्पोरेट और आईटी केंद्र के रूप में स्थापित किया है.
यूपी से हरियाणा की रफ्तार ज्यादा
उत्तर प्रदेश में 57,700 करोड़पति परिवार हैं, लेकिन विकास दर 58 प्रतिशत है. यह विकास दर हरियाणा से कम है. हरियाणा पड़ोसी राज्य पंजाब से काफ़ी आगे है.
राज्यवार करोड़पति परिवारों का संख्या
- महाराष्ट्र – 1,78,600
- दिल्ली – 79,800
- तमिलनाडु – 72,600
- कर्नाटक – 68,800
- गुजरात – 68,300
- उत्तर प्रदेश -57,700
- तेलंगाना – 51,700
- पश्चिम बंगाल – 50,400
- राजस्थान – 33,100
- हरियाणा – 30,500
शहरवार करोड़पति परिवारों का संख्या
- मुंबई – 1,42,000
- न्यू दिल्ली – 68,200
- बंगलूरू – 31,600
- अहमदाबाद – 26,800
- कोलकाता – 26,600
- चेन्नई – 22,800
- गुरुग्राम – 10,100
- सूरत – 5,700
- जयपुर – 4,800
- वडोदरा – 4,600
- नागपुर – 3,700
- विशाखापत्तनम – 2,900
- लखनऊ – 2,900