Artificial intelligence: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोई फसाना नहीं है. ये सच में दुनिया बदल रहा है. शिक्षा से लेकर नौकरी तक, सिलेबस करिकुलम से लेकर नौकरी के बाजार और कंपनियों की डिमांड तक… कौन टिक पाता है और कौन पीछे रह जाता है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप खुद को कितना बदलते हैं. प्रमुख सीईओ और एक्सपर्ट्स ने AI को अपनाने के तरीके पर अपने अनुभव साझा किए हैं. अब एक और सीईओ ने खासतौर से भारतीय युवाओं के लिए बहुमूल्य सलाह दी है. स्टैक ओवरफ्लो के सीईओ प्रशांत चंद्रशेखर के दो बाते कही है. एक मानव डेवलपर्स के लिए और दूसरा भारत के युवाओं के लिए. वह बताते हैं कि AI ऑटोमेशन के युग में युवाओं को क्या सीखना चाहिए?
AI से क्या सिखा?
इकोनॉमिक टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में चंद्रशेखर ने कहा कि अगर आप बिना सोचे-समझे एआई टूल्स का इस्तेमाल करते हैं, तो आप कुछ नहीं सीखेंगे. कुछ समय बाद एआई सब कुछ अपने आप कर लेगा. अगर युवा सॉफ्टवेयर को ठीक से प्रोग्राम करना नहीं सीखते तो यह मुश्किल है. एआई आपसे बेहतर प्रदर्शन करेगा. लेकिन अगर आपके पास पहले से कोई तकनीकी पृष्ठभूमि नहीं है या आप कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बारे में ज़्यादा नहीं जानते हैं, तो आपको सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग या लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स (LLM) सीखने से पहले AI का सही इस्तेमाल सीखना चाहिए. एनबीटी एआई की ओर से करियर ग्रोथ वर्कशॉप में आपको यह सुनहरा मौका मिल रहा है. जहां आप पंजीकरण कराकर AI का सही इस्तेमाल सीख सकते है.
डेवलपर अभी खतरे में नहीं
सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के बारे में बात करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि AI जल्द ही उनकी जगह नहीं ले पाएगा. उन्होंने इस बात के समर्थन में एक उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा कि अमेरिका के बीपीओ सेक्टर में डेवलपर की संख्या घटने और जॉब्स ऑटोमेट होने के डर के बीच, यूएस बेस्ड डेवलपर्स की संख्या काफी बढ़ी है.