Tamilnadu News: तमिलनाडु से एक ऐसी खबर आ रही है जिसे जानने के बाद आपके हाथ पैर फूल जाएंगे. दरअसल, तमिलनाडु में एक दवा कंपनी श्रीसन फार्मा के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब आप सोच रहे होंगे कि क्यों इसकी गिरफ़्तारी हुई है. दरअसल, यह वही कंपनी है जो कोल्डरिफ कफ सिरप बनाती थी, जिसकी मिलावट से कई राज्यों में बच्चों की जान चली गई. वहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कंपनी के मालिक रंगनाथन को आज सुबह मध्य प्रदेश पुलिस ने चेन्नई में हिरासत में लिया. हैरान कर देने वाली बात ये है कि ये मौतें इसी ज़हरीले सिरप की वजह से हुई हैं. उनकी गिरफ्तारी पर 20,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
सीरप ने ले ली कई जानें
जैसा की आप सभी जानते हैं कि कोल्ड्रिफ बच्चों में सर्दी-खांसी के लक्षणों, जैसे बहती नाक, छींक आना, गले में खराश और आंखों से पानी आना, के इलाज के लिए दी जाने वाली दवा है. तमिलनाडु के अधिकारियों द्वारा किए गए परीक्षणों में सिरप के नमूनों में डायथिलीन ग्लाइकॉल, एक विषैला और हानिकारक पदार्थ पाया गया, और उन्हें मिलावटी घोषित कर दिया गया. भारत के शीर्ष औषधि नियामक ने दवा निर्माण पद्धतियों में गंभीर खामियों को स्वीकार किया है. एक परामर्श में कहा गया है कि कई कारखानों के निरीक्षण में पाया गया कि कंपनियां प्रत्येक बैच के कच्चे माल और सक्रिय अवयवों की जांच नहीं कर रही थीं.
दवा कंपनी में रुका उत्पादन
सिरप में खामियां पाए जाने के बाद कंपनी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई चल रही है. तमिलनाडु औषधि नियंत्रण विभाग (डीसीडी) ने श्रीसन फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरर्स कारखाने के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए एक गंभीर खुलासा किया है. विभाग ने कारखाने में उत्पादन तुरंत रोक दिया और उसका विनिर्माण लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी. वहीं डीसीडी ने चार अन्य सिरप के नमूने भी एकत्र किए, कारखाने का स्टॉक जब्त कर लिया और आगे वितरण रोक दिया. चेन्नई स्थित सरकारी औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में प्राथमिकता परीक्षण किया गया और राज्यव्यापी अलर्ट जारी कर थोक और खुदरा वितरण रोकने का निर्देश दिया गया. ओडिशा और पुडुचेरी को भी ईमेल द्वारा सूचित किया गया.