477
Karwa Chauth 2025 Moonrise Time: करवा चौथ भारत में विवाहित महिलाओं के लिए सबसे पावन और प्रतीक्षित त्योहारों में से एक है. इसे करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. यह व्रत हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. इस वर्ष करवा चौथ 2025 का पावन पर्व 10 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जा रहा है. इस दिन विवाहित महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं और अपने पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और वैवाहिक सुख-समृद्धि की कामना करती हैं.
करवा चौथ और चांद का महत्व
करवा चौथ के दिन चांद के दर्शन और पूजन का विशेष महत्व होता है. महिलाएं दिनभर व्रत रखने के बाद चांद के दर्शन कर उसे अर्घ्य अर्पित करती हैं और अपने पति के हाथों से पानी पीकर व्रत खोलती हैं. मान्यता है कि इस व्रत को विधिवत करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
संकष्टी चतुर्थी से जुड़ाव
उत्तर भारत में यह पर्व संकष्टी चतुर्थी के साथ भी मनाया जाता है, जो भगवान गणेश को समर्पित व्रत का दिन होता है. इस कारण करवा चौथ का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व और भी बढ़ जाता है.
करवा चौथ 2025 चंद्रोदय का समय (शहरवार लिस्ट)
करवा चौथ 2025 में चांद के दर्शन का समय शहरवार इस प्रकार है: दिल्ली में चंद्रोदय का समय 8:13 PM है, मुंबई में 8:55 PM, कोलकाता में 7:42 PM, चेन्नई में 8:38 PM, और देहरादून में 8:05 PM रहेगा। चंडीगढ़ में चांद 8:09 PM पर, जयपुर में 8:23 PM, पटना में 7:48 PM, जम्मू में 8:11 PM, और गांधीनगर में 8:46 PM दिखाई देगा। अहमदाबाद में यह 8:47 PM, शिमला में 8:06 PM, भोपाल में 8:26 PM, लखनऊ में 8:02 PM, और कानपुर में 8:06 PM होगा। गोरखपुर में 7:52 PM, प्रयागराज में 8:02 PM, नोएडा में 8:12 PM, गुरुग्राम में 8:14 PM, और हरिद्वार में 8:05 PM पर चांद दिखाई देगा। वहीं इंदौर में 8:34 PM, भुवनेश्वर में 7:58 PM और रायपुर में 8:01 PM पर चांद का दर्शन किया जा सकेगा.
चांद निकलने से पहले क्या करें तैयारी?
- पूजा थाल और करवा चौथ की कथा की तैयारी पहले से कर लें.
- छलनी, कलश, दीपक और मिठाई पास में रखें.
- चांद निकलते ही चंद्रमा को अर्घ्य दें और प्रार्थना करें.
- पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोलें.