काग तिहार का पहला दिन
काग तिहार का दूसरा दिन
तिहार का दूसरा दिन समर्पित होता है कुत्तों को. नेपाल में लोग मानते हैं कि कुत्ते यमराज के रक्षक और संदेशवाहक होते हैं. इस दिन उन्हें सम्मानपूर्वक फूलों की माला पहनाई जाती है, माथे पर तिलक लगाया जाता है और स्वादिष्ट भोजन खिलाया जाता है. यह दिन निष्ठा और सुरक्षा के प्रतीक को श्रद्धांजलि देने का दिन होता है.
काग तिहार का तीसरा दिन
तीसरे दिन को गाय तिहार कहा जाता है. गाय को हिंदू धर्म में धन, समृद्धि और मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. सुबह गायों की पूजा-अर्चना की जाती है और उन्हें मिठाई व फूलों से सजाया जाता है. शाम को घर-आंगन में दीयों और रोशनी से सजावट की जाती है और श्रद्धापूर्वक लक्ष्मी पूजा की जाती है. यह दिन तिहार का सबसे भव्य और रोशन दिन होता है, जो भारत की दिवाली से मिलता-जुलता है.
काग तिहार का चौथा दिन
कांग तिहार का पांचवां दिन
तिहार का अंतिम और पांचवां दिन होता है भाई दूज. यह भारत में मनाए जाने वाले भाई दूज की ही तरह भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाती हैं, उनकी लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती हैं. भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और साथ में स्वादिष्ट पकवानों का आनंद लिया जाता है. यह दिन परिवारिक रिश्तों को और गहरा करता है.