यह उपाय पूरी तरह प्राकृतिक है और इसके लिए आपको किसी महंगे सप्लीमेंट या दवाई की जरूरत नहीं होगी. इसमें सिर्फ तीन साधारण चीजें लगती हैं आंवला, शहद और काली मिर्च. इन तीनों का मेल एक शक्तिशाली इम्यूनिटी बूस्टर तैयार करता है. आइए जानते हैं इसे बनाने और इस्तेमाल करने का सही तरीका.
जरूरी सामग्री
- 3 से 5 ताज़ा आंवले
- 4 चम्मच शुद्ध शहद
- 1 चम्मच कुटी हुई काली मिर्च
बनाने की विधि
1. सबसे पहले आंवले को धोकर उसके बीज निकाल लें और छोटे-छोटे टुकड़ों में काटें.
2. एक साफ कटोरी में आंवला डालें और उस पर कुटी हुई काली मिर्च छिड़कें.
3. अब इसमें शहद मिलाएं और अच्छे से मिक्स करें ताकि सभी टुकड़ों पर मिश्रण अच्छी तरह लग जाए.
4. इस तैयार मिश्रण को ढककर रातभर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। इससे इसमें मौजूद पोषक तत्व और गुण आपस में घुल-मिल जाते हैं.
सेवन का सही तरीका
- सद्गुरु के अनुसार, इस मिश्रण की 3-3 चम्मच मात्रा दिन में तीन बार लेनी चाहिए.
- सुबह खाली पेट सेवन करना सबसे फायदेमंद होता है.
- नियमित रूप से 4 से 8 हफ्तों में शरीर में स्पष्ट फर्क महसूस होने लगता है.
- यह नुस्खा इम्यून सिस्टम को एक्टिव बनाता है और संक्रमण से लड़ने की क्षमता को कई गुना बढ़ा देता है.
आंवला क्यों है फायदेमंद?
आंवला को आयुर्वेद में ‘इम्यूनिटी बूस्टर फूड’ कहा गया है. इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर को बैक्टीरिया और वायरस से बचाते हैं. यह सेल रिपेयर में मदद करता है और बॉडी टिश्यू को पोषण देता है. साथ ही, इसका नियमित सेवन ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में भी सहायक है.
शहद का कमाल
शहद में प्राकृतिक एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं. यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और रेड ब्लड सेल्स की संख्या बढ़ाने में मदद करता है. नियमित सेवन से हीमोग्लोबिन लेवल में सुधार होता है और थकान दूर रहती है.
काली मिर्च की शक्ति
काली मिर्च न केवल स्वाद बढ़ाती है बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करती है. इसमें मौजूद पिपरिन तत्व संक्रमण से लड़ने में मदद करता है और सर्दी-जुकाम को जल्दी ठीक करने में सहायक होता है. बदलते मौसम में अपनी इम्यूनिटी को मजबूत रखना ही बीमारियों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है. सद्गुरु का यह पारंपरिक नुस्खा सस्ता, आसान और पूरी तरह सुरक्षित है. बस इसे नियमित रूप से अपनाने की जरूरत है.