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Neeraj Kumar on Dularchand Yadav Murder: बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमाई हुई है. मोकामा (Mokama) में जन सुराज कार्यकर्ता और पूर्व प्रत्याशी दुलारचंद यादव (Dularchand Yadav) की हत्या के बाद अब यह मामला और पेचीदा हो गया है. अब इस मामले में मृतक के पोते नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा है कि उन्होंने अपनी आंखों से देखा कि गोली अनंत सिंह (Anant Singh) ने ही चलाई थी. नीरज ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि पुलिस आरोपी को बचाने की कोशिश कर रही है और उन्होंने न्याय की लड़ाई जारी रखने की बात कही है.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के लिए बता दें कि, मोकामा में कुछ दिन पहले जन सुराज अभियान से जुड़े दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. यह घटना उस वक्त हुई जब वे अपने समर्थकों के साथ इलाके में चुनाव प्रचार में निकले थे. गोली लगने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना से न केवल जन सुराज समर्थक बल्कि स्थानीय जनता भी आक्रोशित हो उठी.
पोते नीरज ने किया सनसनीखेज खुलासा
हत्या के बाद दुलारचंद के पोते नीरज कुमार ने मीडिया से बातचीत में सनसनीखेज बयान दिया. उन्होंने कहा कि लोग मुझे झूठा कह रहे हैं, लेकिन मैंने अपनी आंखों से देखा कि गोली अनंत सिंह ने ही चलाई थी. मेरे दादा गाड़ी में थे, मैं पीछे वाली गाड़ी में था. लोगों ने मुझे रोक लिया, लेकिन मैंने पूरी घटना देखी. भले ही गोली सीने में नहीं लगी, लेकिन गोली चलाने वाला अनंत सिंह ही था. उन्होंने कहा कि वह इस बयान पर अडिग हैं और जब तक अनंत सिंह को फांसी नहीं होती, वे अपने दादा के लिए न्याय की लड़ाई जारी रखेंगे.
15 दिन पहले मिली थी धमकी- नीरज
नीरज ने दावा किया कि हत्या से पहले भी अनंत सिंह ने उनके दादा को धमकी दी थी. उनके कहा कि करीब 15 दिन पहले अनंत सिंह ने फोन कर कहा था कि अगर चुनाव प्रचार नहीं छोड़ा तो जान से मार दूंगा.
उन्होंने कहा कि घटना के वक्त अनंत सिंह के दो-तीन समर्थकों ने उनके काफिले को रोका और दुलारचंद को गाड़ी से बाहर खींचा. इसी दौरान फायरिंग हुई और उनके दादा घायल हो गए.
उन्होंने कहा कि घटना के वक्त अनंत सिंह के दो-तीन समर्थकों ने उनके काफिले को रोका और दुलारचंद को गाड़ी से बाहर खींचा. इसी दौरान फायरिंग हुई और उनके दादा घायल हो गए.
नीरज ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
नीरज ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस जानबूझकर मामले को कमजोर बनाने की कोशिश कर रही है. उनका कहना है कि बयान में जो विरोधाभास दिख रहा है, वह डर और सदमे की वजह से था, न कि झूठ की वजह से. उधर, बिहार पुलिस ने कार्रवाई करते हुए JDU उम्मीदवार अनंत सिंह (Anant Singh), उनके सहयोगी मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम सहित करीब 80 लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी को रविवार देर रात हिरासत में लिया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.