Live
Search
Home > हेल्थ > अगर पूजा-पाठ के वक्त आप भी लेती है Period Delay Pills तो हो जाए सावधान! जान लें इसके दुष्प्रभाव

अगर पूजा-पाठ के वक्त आप भी लेती है Period Delay Pills तो हो जाए सावधान! जान लें इसके दुष्प्रभाव

Period Delay Pills: पीरियड्स कोई असुविधा नहीं, बल्कि महिला शरीर की सेहत का संकेत हैं. इसे रोकने से पहले एक बार जरूर सोचें कि कहीं यह राहत आपके स्वास्थ्य के लिए बोझ तो नहीं बन रही.

Written By: shristi S
Last Updated: November 3, 2025 16:37:39 IST

Period Delay Pills Side Effects: महिलाओं के शरीर में हर महीने होने वाला पीरियड्स चक्र (Menstrual Cycle) एक प्राकृतिक और आवश्यक प्रक्रिया है, जो न सिर्फ प्रजनन क्षमता बल्कि समग्र स्वास्थ्य का भी संकेत है। हालांकि, कई बार जीवन की परिस्थितियां जैसे शादी, त्योहार, यात्रा या धार्मिक कार्यक्रम ऐसी होती हैं जब महिलाएं चाहती हैं कि उस समय पीरियड्स न आएं। ऐसे में कुछ महिलाएं पीरियड्स रोकने वाली दवाओं (Period Delay Pills) का सहारा लेती हैं. लेकिन क्या ये गोलियां सच में सुरक्षित हैं? इनका असर शरीर पर क्या पड़ता है? आइए जानते हैं विस्तार से.

कैसे काम करती हैं पीरियड्स रोकने वाली गोलियां?

पीरियड्स रोकने वाली दवाओं में मुख्य रूप से प्रोजेस्टेरोन हार्मोन (Progesterone Hormone) पाया जाता है, जो महिला के मासिक चक्र को नियंत्रित करता है. जब महिलाएं इन दवाओं का सेवन करती हैं, तो यह शरीर को यह संकेत देती हैं कि गर्भावस्था जैसी स्थिति है, जिससे ओव्यूलेशन (अंडोत्सर्जन) रुक जाता है और पीरियड्स अस्थायी रूप से टल जाते हैं. आमतौर पर, डॉक्टर Norethisterone या इसी तरह की दवाएं सलाह देते हैं, जिन्हें पीरियड्स आने से 3-4 दिन पहले लेना शुरू किया जाता है. दवाएं बंद करने के 2-3 दिन बाद सामान्य रूप से पीरियड्स आ जाते हैं.

धार्मिक या खास अवसरों पर क्यों बढ़ती है इन दवाओं की मांग?

भारत में पारंपरिक रूप से पीरियड्स के दौरान महिलाओं का पूजा-पाठ या मंदिर प्रवेश सीमित माना जाता है. त्योहारों, व्रत, शादी या यात्रा जैसे मौकों पर महिलाएं चाहती हैं कि उन दिनों में पीरियड्स न आएं। इसी कारण इन दवाओं की मांग त्योहारों और शादी के मौसम में काफी बढ़ जाती है. समस्या यह है कि बहुत सी महिलाएं बिना डॉक्टर की सलाह के ही मेडिकल स्टोर से ये दवाएं खरीद लेती हैं जो उनके शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.

इन दवाओं के दुष्प्रभाव क्या हैं?

पीरियड्स रोकने वाली गोलियां अस्थायी राहत तो देती हैं, लेकिन इनके साइड इफेक्ट्स गंभीर हो सकते हैं, खासकर अगर बार-बार इनका उपयोग किया जाए.

  • हार्मोनल असंतुलन- इन गोलियों से शरीर के हार्मोन का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ जाता है. इससे मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन, मुंहासे, वजन बढ़ना और पेट फूलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
  • अनियमित पीरियड्स- दवाओं के बार-बार इस्तेमाल से अगली बार पीरियड्स या तो देर से आते हैं या अत्यधिक मात्रा में रक्तस्राव होता है.
  • सिरदर्द और थकान- कुछ महिलाओं को मतली, सिरदर्द, शरीर में भारीपन और कमजोरी महसूस होती है.
  • ब्लड क्लॉटिंग का खतरा- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और National Health Service (NHS UK) के अनुसार, इन हार्मोनल दवाओं के अत्यधिक उपयोग से खून के थक्के (Blood Clots) बनने का खतरा बढ़ जाता है, खासकर उन महिलाओं में जो धूम्रपान करती हैं या मोटापे से ग्रस्त हैं.
  • फर्टिलिटी पर असर- बार-बार इन दवाओं के सेवन से ओव्यूलेशन प्रभावित हो सकता है, जिससे भविष्य में गर्भधारण में दिक्कत आ सकती है.

क्या करें और क्या न करें?

  • इन दवाओं का सेवन केवल डॉक्टर की सलाह से ही करें.
  • लगातार या बार-बार इनका इस्तेमाल न करें.
  • अगर आपको थायरॉइड, हार्मोनल या ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो इन दवाओं से पूरी तरह बचें.
  • प्राकृतिक उपायों जैसे तनाव कम करना, नींद पूरी करना, और पानी ज्यादा पीना भी मासिक चक्र को नियमित रखने में मदद करते हैं.

MORE NEWS

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?