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Delhi-NCR में बढ़ता प्रदूषण संकट, ठंड के साथ स्मॉग की चादर, सांस लेना हुआ मुश्किल

Delhi NCR Air Pollution: दिल्ली NCR की हवा दिन-बा-दिन बत्तर होती जा रही है, शनिवार को दिल्ली सबसे प्रदूषित शहर बना रहा.

Written By: shristi S
Edited By: Hasnain Alam
Last Updated: 2025-11-09 09:24:53

Delhi NCR AQI: जैसे-जैसे नवंबर की ठंड दिल्ली में दस्तक दे रही है, वैसे-वैसे राजधानी की हवा भी जहरीली होती जा रही है। शनिवार को दिल्ली देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां हवा में मौजूद प्रदूषक तत्वों ने सांस लेना और भी कठिन बना दिया. मौसम के ठंडा होने के साथ प्रदूषण का स्तर लगातार तीसरे दिन ‘खतरनाक श्रेणी’ में दर्ज किया गया.

राजधानी में स्मॉग की चादर और खतरनाक AQI

शनिवार की सुबह से ही दिल्ली के कई इलाकों में घना स्मॉग छाया रहा. सूरज की रोशनी तक इस धुंध को नहीं चीर पाई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार सुबह 9 बजे राजधानी का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 337 दर्ज किया गया, जो दोपहर तक बढ़कर 343 हो गया। शाम 4 बजे यह और बढ़कर 361 पर पहुंच गया जो इस सीजन का अब तक का सबसे खराब स्तरों में से एक रहा.

रात आठ बजे तक एक्यूआई 380 दर्ज किया गया. स्विस एजेंसी IQAir ने भी दिल्ली की स्थिति को बेहद चिंताजनक बताया, जिसने सुबह 10 बजे दिल्ली का AQI 590 यानी “Hazardous (खतरनाक)” श्रेणी में दर्ज किया। हालांकि देर शाम तक थोड़ी राहत मिली और यह गिरकर 310 के आसपास पहुंचा, लेकिन स्थिति अब भी “बहुत खराब” बनी रही.

NCR के शहर भी बदहाल

प्रदूषण के मामले में सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे एनसीआर की हवा खराब रही.

  • रोहतक 374 AQI के साथ देश में सबसे प्रदूषित शहर रहा.
  • दिल्ली 370 के करीब औसत AQI के साथ दूसरे स्थान पर रही.
  • नोएडा 354 AQI के साथ तीसरे स्थान पर रहा.
  • गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी क्रमशः 339 और 336 AQI दर्ज किया गया.

इन आंकड़ों से साफ है कि पूरा एनसीआर जहरीली हवा की गिरफ्त में है.

प्रदूषण के मुख्य कारण

भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM), पुणे के अनुसार, दिल्ली की खराब वायु गुणवत्ता में पराली जलाने का योगदान करीब 30 प्रतिशत रहा. वहीं, परिवहन क्षेत्र यानी वाहनों से निकलने वाला धुआं 15.2 प्रतिशत के साथ दूसरा बड़ा कारण बना.

पंजाब से आने वाली पराली का धुआं दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुलता जा रहा है. शनिवार को पंजाब में 238 नई पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं। अब तक धान कटाई के इस सीजन में कुल 3,622 मामले सामने आ चुके हैं। पराली जलने से पंजाब के कई शहरों की हवा भी खराब रही जैसे मंडी गोबिंदगढ़ (AQI 251) और पटियाला (AQI 204), जो “खराब” श्रेणी में आते हैं.

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