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Nowgam Police Station Blast: श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन को शुक्रवार देर रात एक धमाका हुआ, जिसमें एक तहसीलदार, इंस्पेक्टर समेत 9 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 27 लोग बुरी तरह घायल हो गए. यह दुर्घटना तब हुई जब दिल्ली ब्लास्ट को लेकर आतंकी मॉड्यूल पर जांच चल रही थीं. अब इस पूरे मामले पर शनिवार यानी आज कश्मीर के DGP नलिन प्रभात ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए एक चौंकाने वाली जानकारी दी हैं. आइए विस्तार से जानें पूरी बात.
कैसे हुआ धमाका?
DGP नलिन प्रभात ने बताया कि जांच के दौरान, फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया था, जिसे नौगाम पुलिस स्टेशन में रखा गया था और उसकी जांच की जानी थी। डीजीपी ने बताया कि यह प्रक्रिया पिछले दो दिनों से चल रही थी, क्योंकि विस्फोटक अत्यधिक संवेदनशील प्रकृति के थे और शुक्रवार रात 11:20 बजे दुर्घटनावश विस्फोट हुआ. DGP ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि नौगाम पुलिस स्टेशन में हुआ विस्फोट एक आतंकवादी हमला था.
नहीं था आतंकवादी हमला- DGP
अधिकारियों के अनुसार, यह विस्फोट उस समय हुआ जब पुलिस व्हाइट कॉलर टेररिस्ट मॉड्यूल मामले में ज़ब्त विस्फोटकों के नमूने एकत्र कर रही थी. DGP ने कहा कि यह कोई आतंकवादी हमला नहीं था, बल्कि एक भूल या दुर्घटना थी जिसके परिणामस्वरूप इतने सारे लोगों की जान चली गई. डीजीपी ने कहा कि पुलिस पीड़ितों के परिवारों के साथ है. फरीदाबाद से बरामद विस्फोटकों को सुरक्षित रूप से ले जाया गया और पीएसए के एक खुले क्षेत्र में संग्रहीत किया गया. स्थापित प्रक्रिया के अनुसार, उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाना था.
खतरनाक थे विस्फोटक
विस्फोटक दरअसल हरियाणा के फरीदाबाद में गिरफ्तार किए गए डॉ. मुज़म्मिल गनई के किराए के घर से ज़ब्त किए गए थे. 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के पास हुए एक कार बम विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो गई थी. अब उसी ज़ब्त सामग्री से हुए एक और विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई है. दूसरे विस्फोट की भी जांच की जा रही है. खबरों के मुताबिक, विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आस-पास की इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और लोगों के चिथड़े उड़ गए. 27 घायलों का इलाज पाकिस्तान के एक निजी अस्पताल में चल रहा है.
गृह मंत्रालय ने आज विस्फोट पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कीमं. त्रालय के संयुक्त सचिव प्रशांत लोखंडे ने बताया कि फरीदाबाद से बरामद भारी मात्रा में विस्फोटक एक पुलिस थाने में रखा हुआ था और घटना के समय उसे फोरेंसिक जाँच के लिए भेजा जा रहा था. लोखंडे ने कहा कि जाँच जारी है और अभी कोई निष्कर्ष निकालना उचित नहीं है.