Surya Gochar 2025: ज्योतिष और हिंदू धर्म में सभी नवग्रहों में सूर्य का अत्यंत महत्वपूर्ण और विशेष स्थान है. सूर्य को नवग्रहों का राजा माना जाता है. सूर्य हर 30 दिन में अपनी राशि बदलता है, इसलिए एक राशि में पुनः भ्रमण करने में उसे एक वर्ष का समय लगता है. 16 नवंबर, 2025 को सूर्य तुला राशि से वृश्चिक राशि में गोचर करेगा. वृश्चिक राशि में यह गोचर अनेक योग और युति का निर्माण करेगा. वैदिक ज्योतिष में सूर्य को आत्मा का कारक, नवग्रहों का राजा और ऊर्जा का प्रमुख स्रोत माना जाता है. सूर्य हर माह अपनी राशि बदलता है, जिसे सूर्य संक्रांति के नाम से जाना जाता है. सूर्य का मासिक राशि परिवर्तन सभी राशियों के लोगों पर प्रभाव डालता है, चाहे वह शुभ हो या अशुभ.
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए, सूर्य आपकी कुंडली में पंचम भाव का स्वामी है, और दीर्घायु के अष्टम भाव से गोचर करने पर कई अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव आएंगे, फिर भी आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी.
वृषभ राशि
वृष राशि वालों के लिए, सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी है और 16 नवंबर के बाद, अब आपके सप्तम भाव में है. वैवाहिक मामलों के सप्तम भाव से गोचर करते हुए, सूर्य का प्रभाव कार्य और व्यवसाय के लिए अनुकूल रहेगा, लेकिन विवाह संबंधी बातचीत में थोड़ी देरी होगी.
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए, सूर्य तृतीय भाव का स्वामी है और अब शत्रुता के छठे भाव से गोचर कर रहा है. शत्रुता के छठे भाव से गोचर करते हुए, सूर्य का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है. एक सोची-समझी रणनीति कारगर साबित होगी. यात्राएँ लाभदायक रहेंगी. अदालती मामलों में फैसले आपके पक्ष में आने के संकेत हैं.
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए, सूर्य आपके दूसरे भाव का स्वामी है. अब यह आपके पंचम भाव में गोचर कर रहा है. आपकी राशि से शिक्षा के पंचम भाव में गोचर करते हुए सूर्य आपको उत्तम सफलता दिलाएगा. शोध और रचनात्मक कार्यों में अप्रत्याशित सफलता मिलेगी. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. लंबे समय से उधार दिया गया पैसा भी वापस मिलने की उम्मीद है. प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को भी अच्छी सफलता मिलने की संभावना है.
सिंह
सिंह राशि वालों के लिए, सूर्य आपके लग्न भाव का स्वामी है और अब चतुर्थ भाव में गोचर कर रहा है. आपकी राशि से सुख के चतुर्थ भाव में गोचर करते हुए, सूर्य कई उतार-चढ़ाव लेकर आएगा. आपको अपने माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता होगी. इस दौरान आपको अप्रिय समाचार प्राप्त हो सकते हैं. यात्रा सावधानी से करें और वाहन दुर्घटनाओं से बचें.
कन्या
कन्या राशिफल में, आपके द्वादश भाव का स्वामी सूर्य अब आपके तृतीय भाव में गोचर कर रहा है. आपकी राशि से पराक्रम के तृतीय भाव में गोचर करते हुए, सूर्य आपको अपार सफलता दिलाएगा. अपने अदम्य साहस और पराक्रम से आप कठिन परिस्थितियों पर भी आसानी से विजय प्राप्त कर लेंगे.
तुला
तुला राशि वालों के लिए, आपके एकादश भाव का स्वामी सूर्य अब आपके द्वितीय भाव में गोचर कर रहा है. आपकी राशि से धन भाव के दूसरे भाव में गोचर करते हुए, सूर्य आपके लिए कई खट्टे-मीठे अनुभव लेकर आएगा. अप्रत्याशित आर्थिक लाभ की संभावना है. लंबे समय से उधार दिया गया पैसा वापस मिलने की भी संभावना है. कोई नया अनुबंध मिलने की संभावना है. कार्यस्थल पर षड्यंत्रों का शिकार होने से बचें.
वृश्चिक
वृश्चिक राशि वालों के लिए, आपके दशम भाव का स्वामी सूर्य अब आपके लग्न भाव में गोचर कर रहा है. आपकी राशि से गोचर करने पर आपको हर तरह से सफलता मिलेगी, लेकिन आपको कहीं न कहीं शारीरिक कष्ट भी सहना पड़ेगा. मान-सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. आपको सरकार से पूरा सहयोग मिलेगा. संतान संबंधी चिंताएँ कम होंगी.
धनु
धनु राशि वालों के लिए, आपके नवम भाव के स्वामी सूर्य अब आपके द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं. व्यय भाव के द्वादश भाव में गोचर करते हुए, सूर्य का प्रभाव बहुत अनुकूल नहीं है. आपको कष्टकारी यात्रा करनी पड़ सकती है. गुप्त शत्रुओं का पराभव होगा. अदालती मामलों का फैसला भी आपके पक्ष में आने के संकेत हैं. आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है.
मकर
मकर राशि वालों के लिए, आपके अष्टम भाव का स्वामी सूर्य अब आपके एकादश भाव में गोचर कर रहा है. लाभ के एकादश भाव में गोचर करते हुए, सूर्य आपको अपार सफलता दिलाएगा. कोई भी बड़ी परियोजना शुरू करना या कोई नया अनुबंध करना और भी अधिक सफल होगा.
कुंभ
कुंभ राशि की कुंडली में, सप्तम भाव का स्वामी सूर्य अब आपके दशम भाव में गोचर कर रहा है. राशि से कर्म भाव के दशम भाव में गोचर करते हुए, सूर्य का प्रभाव उत्तम रहेगा. हालाँकि माता-पिता के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, लेकिन कार्य और व्यवसाय की दृष्टि से यह अच्छा रहेगा.
मीन
मीन राशि वालों के लिए, आपके छठे भाव के स्वामी सूर्य, अब आपके नवम भाव में गोचर कर रहे हैं. आपकी राशि से भाग्य के नवम भाव में गोचर करते हुए, सूर्य का प्रभाव कई अप्रत्याशित और सुखद परिणाम लाएगा. आध्यात्मिक उन्नति संभव होगी. लिए गए निर्णयों और कार्यों की भी सराहना होगी.