Delhi Bomb Blast: दिल्ली कार बम विस्फोट में लगातार कई खुलासे हो रहे हैं. अब जांच एजेंसियों को एक और अहम सबूत मिला है. विस्फोट के मुख्य आरोपी डॉ. उमर का एक नया वीडियो सामने आया है. इस वीडियो ने मामले को और पुख्ता कर दिया है. इस वीडियो में विस्फोट का मुख्य आरोपी उमर सीधे तौर पर आत्मघाती बम विस्फोट की वकालत करता दिख रहा है.
लंबे समय से कर रहा था धमाके की तैयारी
एबीपी सूत्रों के अनुसार उमर ने विस्फोट से पहले खुद यह वीडियो रिकॉर्ड किया था. जांच दल का मानना है कि यह वीडियो उमर की सोच उसकी योजनाओं और कट्टरपंथी विचारधारा को दर्शाता है. इससे यह भी संकेत मिलता है कि वह लंबे समय से इस तरह के हमले की तैयारी कर रहा था.
उमर ने क्या कहा?
वीडियो में उमर यह कहता हुआ दिख रहा है कि “सबसे बड़ी गलती यह है कि लोग यह नहीं समझते कि लिब्रोसिस बमबारी (या आत्मघाती बमबारी जैसी सोच) असल में क्या है. यह किसी भी तरह से लोकतांत्रिक नहीं है और सभ्य समाज में इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता. इसके खिलाफ कई विरोधाभास और कई तर्क हैं.”
यहां देखें वीडियो
🚨 Terrorist Umar recorded a spine-chilling video before the Delhi blast, which has now come to light. pic.twitter.com/jX38wXcHw1
— OsintTV 📺 (@OsintTV) November 18, 2025
मौत ही उसकी एकमात्र मंज़िल है-उमर
उमर आगे कहता है कि “आत्मघाती हमलों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि जब कोई व्यक्ति यह मान लेता है कि उसकी मौत एक निश्चित समय और स्थान पर होगी, तो वह एक खतरनाक मानसिकता में प्रवेश कर जाता है. वह खुद को ऐसी स्थिति में डाल लेता है जहां उसे लगता है कि मौत ही उसकी एकमात्र मंज़िल है.”
उन्होंने आगे कहा कि “लेकिन वास्तविकता यह है कि ऐसी सोच या ऐसी स्थिति किसी भी लोकतांत्रिक और मानवीय व्यवस्था में स्वीकार्य नहीं हो सकती, क्योंकि यह जीवन, समाज और कानून के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध है.”
मां ने किया हैरान करने वाला
वहीं जांच के दौरान उमर की मां ने हैरान करने वाला खुलासा किया. उन्होने बताया कि उन्हें लंबे समय से शक था कि उनका बेटा कट्टरपंथी हो गया है. वह कई दिनों से परिवार से संपर्क में नहीं था. विस्फोट से कुछ समय पहले उसने अपने परिवार को साफ़ तौर पर कह दिया था कि वे उसे फ़ोन न करें. इसके बावजूद परिवार ने उमर के बदलते व्यवहार के बारे में पुलिस को कभी सूचित नहीं किया.
कहां का रहने वाला था उमर?
जांच से पता चला कि दिल्ली विस्फोट में मारा गया उमर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला था. वह पेशे से डॉक्टर था, लेकिन जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल में गुप्त रूप से सक्रिय था. विस्फोट से पहले पुलिस ने उसके गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया था. उनके पास से लगभग 2,900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया था, जिससे संकेत मिलता है कि गिरोह किसी बड़े हमले की तैयारी कर रहा था.