Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकार जमाल खशोगी की 2018 में हुई हत्या के बारे में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को ‘कुछ न पता’ होने की बात कही. उन्होंने सऊदी अरब के शासक का व्हाइट हाउस में स्वागत किया. ट्रंप की यह बात 2021 की अमेरिकी खूफिया रिपोर्ट से मेल नहीं खाती, जिसमें कहा गया था कि क्राउन प्रिंस ने 2018 में खशोगी की हत्या की मंजूरी दी थी.
क्राउन प्रिंस, जिन्होंने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया है, ने व्हाइट हाउस में कहा कि सऊदी अरब ने खशोगी की मौत की जांच के लिए सभी कोशिशें कीं, जिसे उन्होंने दर्दनाक बताया. हत्या के बाद यह उनकी पहली अमेरिकी सफर था, जिसने अमेरिका-सऊदी संबंधों में हलचल मचा दी.
‘चीज़ें होती रहती हैं’ – पत्रकार से उलझे ट्रंप
मंगलवार को ओवल ऑफिस में ट्रंप ने एक पत्रकार पर पलटवार किया, जिसने हत्या के बारे में सवाल पूछा था. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि आप किसी ऐसे व्यक्ति का जिक्र कर रहे हैं जो बेहद विवादास्पद था. बहुत से लोग उस शख़्स को पसंद नहीं करते थे जिनके बारे में आप बात कर रहे हैं. चाहे आप उन्हें पसंद करें या न करें, चीज़ें होती रहती हैं. ट्रंप ने आगे कहा कि उन्हें (क्राउन प्रिंस) इसके बारे में कुछ नहीं पता था. आपको हमारे मेहमानों को शर्मिंदा करने की ज़रूरत नहीं है.
क्राउन प्रिंस ने आगे कहा कि सऊदी अरब ने हत्या की जांच के लिए ‘सभी सही कदम उठाए’, जिसे उन्होंने दर्दनाक और बहुत बड़ी भूल बताया.
जमाल खशोगी पर एक नज़र
जमाल खशोगी एक प्रसिद्ध सऊदी पत्रकार थे, जिन्होंने अफ़ग़ानिस्तान पर सोवियत आक्रमण और ओसामा बिन लादेन के उदय जैसी बड़ी खबरें कवर की थीं.
लंबे समय तक 59 वर्षीय खशोगी सऊदी शाही परिवार के करीब रहे और सरकार के सलाहकार भी बने रहे, लेकिन 2017 में परिस्थितियां बदलने पर वे अमेरिका में रहने लगे. वहां उन्होंने ‘वाशिंगटन पोस्ट’ के लिए लेख लिखना शुरू किया, जिनमें वे क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की नीतियों की आलोचना करते थे.
सितंबर 2017 में पोस्ट के लिए अपने पहले कॉलम में, खशोगी ने कहा था कि उन्हें राजकुमार द्वारा असहमति जताने वालों पर की जा रही कार्रवाई में गिरफ़्तार होने का डर था.
खूफिया रिपोर्ट की हक़ीक़त
राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के तहत 2021 में पब्लिक की गई एक अमेरिकी खूफिया रिपोर्ट में यह निर्धारित किया गया था कि क्राउन प्रिंस ने इस्तांबुल में खशोगी को पकड़ने या मारने की योजना को मंज़ूरी दी थी. अपने पहले प्रशासन के दौरान, ट्रंप के व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने इस रिपोर्ट को जारी करने से इनकार कर दिया था.
हत्या के बाद दर्जनों सऊदी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए गए, लेकिन किसी ने भी सीधे तौर पर क्राउन प्रिंस पर निशाना नहीं साधा.
खशोगी की विधवा की प्रतिक्रिया
ट्रंप की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए, खशोगी की विधवा हनान ने BBC न्यूज़नाइट को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा क्राउन प्रिंस का बचाव, बिन सलमान द्वारा उनके पति की हत्या की ज़िम्मेदारी स्वीकार करने से मेल नहीं खाता. उन्होंने कहा कि क्राउन प्रिंस ने खुद 2019 में और 60 मिनट के इंटरव्यू में इस भयानक अपराध की ज़िम्मेदारी ली थी.
एक्स पर एक पोस्ट में, उन्होंने क्राउन प्रिंस से मुलाक़ात करने और अपने पति की हत्या के लिए मुआवज़ा के साथ माफ़ी मांगने की भी मांग की.हनन अमेरिका में राजनीतिक शरण लेकर अब वाशिंगटन डीसी क्षेत्र में रहती हैं.
ट्रंप और मोहम्मद बिन सलमान के बीच मंगलवार की बैठक में असैन्य परमाणु ऊर्जा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अमेरिका में सऊदी निवेश पर समझौते शामिल होने की उम्मीद थी, जिसके बारे में क्राउन प्रिंस ने कहा कि इस साल की शुरुआत में किए गए 600 अरब डॉलर के वादे को बढ़ाकर 1 ट्रिलियन डॉलर (£761 अरब) किया जा रहा है.