Tejas crashes at Dubai Airshow: दुबई एयरशो से बड़ी खबर सामने आई है. वहां भारतीय लड़ाकू विमान तेजस क्रैश हो गया है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद तेजस अचानक नीचे आता है और जमीन से टकराता दिखता है. शुरुआती नजर में तकनीकी खराबी की आशंका जताई जा रही है. घटना के बाद दुनियाभर में भारतीय फाइटर जेट तेजस की चर्चा तेज हो गई है. आइए जानते हैं, यह कहां बना, इसकी क्षमताएं क्या हैं और आगे क्या अपग्रेड होने वाले हैं, जानिए सबकुछ-
तेजस कहां बना?
तेजस भारत में विकसित एक लाइट मल्टी-रोल फाइटर जेट है. एक सीट और एक इंजन वाले इस स्वदेशी एयरक्राफ्ट को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने बनाया है. इसे 4.5 जेनरेशन का आधुनिक फाइटर माना जाता है.
तेजस की क्षमताएं
- रेंज- तीन हज़ार किलोमीटर एक बार में उड़ान भर सकता है
- वेट- 6,500 किलोग्राम
- क़ीमत- 600 करोड़
- सर्विस सिलिंग- 16 हज़ार मीटर
- स्पीड- 2205 किमी/घंटा
- चौड़ाई- 8.20 मीटर
- ऊँचाई- 4.40 मीटर
यह भी है तेजस की खासियत
- तेजस हवा में लड़ाई, जमीन पर हमला और समुद्री ऑपरेशन तीनों में सक्षम है. यह 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है.
- हवा में दुश्मन को ढेर करने के लिए इसमें डर्बी एयर-टू-एयर मिसाइल लगी होती है.
- जमीन पर सटीक निशाना लगाने के लिए लेजर गाइडेड बम लगाए गए हैं.
- ताकत और प्रदर्शन के मामले में यह पुराने MiG जेट्स से काफी आगे है, और इसकी तुलना मिराज-2000 से भी की जाती है.
तेजस का अगला वर्जन कब आएगा?
- भारतीय वायुसेना को जल्द ही तेजस Mk1A का एडवांस वर्जन मिलने वाला है. इसके बाद अगली पीढ़ी का तेजस Mk2 भी स्क्वाड्रन में शामिल होगा.
- Mk2 जेट की खासियत
- GE का F-414 इंजन
- स्वदेशी Uttam AESA Radar
- लंबी दूरी तक मार करने वाली अस्त्र-MK2
- ब्रह्मोस-NG
- एंटी-रेडिएशन मिसाइल रूद्रम-2
- और Meteor जैसी एडवांस BVRAAM मिसाइलें
- तेजस का अपग्रेडेड वर्जन भारतीय वायुसेना को और अधिक घातक क्षमता देने वाला साबित होगा