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Uranium in Breast Milk: बिहार से इस वक्त बेहद चिंताजनक वाली खबर सामने आ रही है, जिसे जानने के बाद सब काफी चौंक चुके है और लोगों में अब डर का माहौल हैं. दरअसल राज्य के 6 जिलों में रिसर्च के दौरान महिलाओं के स्तन दूध में यूरेनियम पाया गया है. सूत्रों के मुताबिक, महावीर कैंसर संस्थान पटना और दिल्ली AIIMS के संयुक्त रिसर्च में 40 महिलाओं के दूध की जांच की गई और हर सैंपल में यूरेनियम की मात्रा 0 से 5.26 माइक्रोग्राम/लीटर तक पाया गया. ऐसे ममें मन में कई सवाल उठते हैं कि क्या अब मां का दूध भी बच्चे की सेहत के लिए जहर बन गया है? आइए विस्तार से जानें पूरी खबर.
क्या अब ब्रेस्ट मिल्क बच्चे की हेल्थ के लिए फायदेमंद नहीं रहा?
इस रिसर्च के बाद अब मन में यह ख्याल उठता हैं कि क्या अब मां का दूध भी बच्चे के लिए ठीक नहीं रहा, इस पर डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे का पूरा डेवलपमेंट ब्रेस्ट मिल्क पर निर्भर करता है. यह उन्हें कई तरह के इन्फेक्शन से बचाता है और उन्हें हेल्दी और फिट रखने में मदद करता है. हालांकि, ब्रेस्ट मिल्क में नुकसानदायक यूरेनियम दिखाने वाली स्टडीज़ ने निश्चित रूप से चिंता बढ़ाई है. हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि मांओं को अपने बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग कराना बंद कर देना चाहिए। हालांकि, कुछ ज़रूरी सावधानियां बरतनी चाहिए.
यूरेनियम ब्रेस्ट मिल्क तक कैसे पहुंच सकता है?
यूरेनियम एक बहुत हेवी मेटल है जो मिट्टी और पानी में पाया जाता है. यह एलिमेंट ग्राउंडवाटर या उस पानी से सींची गई सब्जियों के ज़रिए मां के शरीर में पहुंचता है. जब यह एलिमेंट मां के शरीर में जाता है, तो यह समय के साथ हड्डियों और किडनी में जमा हो जाता है, ब्लडस्ट्रीम के ज़रिए ब्रेस्ट तक पहुंचता है, और ब्रेस्ट मिल्क में ट्रांसफर हो सकता है. फिर, जब बच्चा इसे पीता है, तो यह बच्चे के शरीर में पहुंच जाएगा.
यूरेनियम का बच्चे की हेल्थ पर क्या असर होगा?
यूरेनियम एक बहुत हेवी मेटल है जो मिट्टी और पानी में पाया जाता है. डॉक्टरों के अनुसार, यूरेनियम मां और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक है। लेकिन, बच्चे की सेहत पर इसका असर ज़्यादा हो सकता है क्योंकि बच्चे के शरीर में यूरेनियम जमा हो जाता है. क्योंकि इस समय बच्चे के अंग बढ़ रहे होते हैं, इसलिए वे ज़्यादा नुकसानदायक चीज़ें सोखते हैं, और जन्म के समय कम वज़न होना एक गंभीर दिक्कत है. इसके अलावा, यूरेनियम से किडनी खराब हो सकती है और न्यूरोलॉजिकल दिक्कतें हो सकती हैं. इसके अलावा, यह नुकसानदायक चीज़ विकास पर असर डाल सकती है और भविष्य में कैंसर का खतरा बढ़ा सकती है.
मां का दूध बच्चे के लिए जरूर
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बच्चे की इम्यूनिटी और विकास के लिए मां का दूध ज़रूरी है, और इसका कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है। गंभीर समस्या होने पर, डॉक्टर की सलाह पर ही मां का दूध बंद करना चाहिए. टेस्टिंग से मां के यूरेनियम लेवल का पता लगाया जा सकता है. अगर यूरेनियम लेवल ज़्यादा पाया जाता है, तो डॉक्टर की सलाह पर फ़ॉर्मूला दिया जा सकता है, क्योंकि फ़ॉर्मूला RO पानी से बनता है. इसके अलावा, मां को RO या फ़िल्टर किया हुआ पानी पीना चाहिए.