IPL 2019: दीपक चाहर ने हाल ही में एक पल याद किया जब खराब बॉलिंग की वजह से उन्हें धोनी के गुस्से का सामना करना पड़ा था. उन्होंने यह बात बिग बॉस 19 के फैमिली वीक के दौरान बताई. खास बात यह है कि उनकी बहन मालती चाहर शो में एक कंटेस्टेंट हैं. दीपक ने जिस घटना के बारे में बताया वह 2019 इंडियन प्रीमियर लीग की है जब वह धोनी की लीडरशिप में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल रहे थे. उस गेम में CSK का मुकाबला किंग्स XI पंजाब (अब पंजाब किंग्स) से था, जिसमें चेन्नई में 161 रन के टारगेट का पीछा करते हुए पंजाब की टीम को 12 गेंदों पर 39 रन चाहिए थे.
क्या था मामला?
चाहर 19वां ओवर फेंकने आए लेकिन उनकी शुरुआत बहुत खराब रही. उन्होंने सरफराज खान को कमर तक ऊंची नो-बॉल फेंकी, जिस पर चौका लगा. अगली ही डिलीवरी पर, पेसर ने एक और नो-बॉल फेंकी, और सरफराज कुछ रन चुराने में कामयाब रहे. इस तरह चाहर ने बिना कोई लीगल डिलीवरी किए 8 रन दे दिए, जिससे कप्तान धोनी गुस्से में आ गए.
दीपक चाहर का खुलासा
चाहर ने कंटेस्टेंट्स से कहा कि मैं उस मैच में पहली बार डेथ ओवर में बॉलिंग कर रहा था. सरफराज खान बैटिंग कर रहे थे. हमने प्लान किया था कि उन्हें क्या बॉल डालनी है. सरफराज स्कूप शॉट खेलते हैं. इसलिए अगर आप उन्हें स्लोअर बॉल डालते हैं, तो हिट करना मुश्किल होता है. इसलिए मैंने लेग स्टंप के बाहर लेग-कटर बॉल फेंकी. मेरा पैर फंस गया, और वह फुल-टॉस हो गई. मैच टेंशन वाला था. वह नो-बॉल थी और बाउंड्री भी चली गई. मुझे लगा कि प्लान सही था, लेकिन उसे ठीक से नहीं किया गया. इसलिए मैंने वही बॉल दोबारा फेंकी, और वह फिर से नो-बॉल हो गई.
उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि मेरा डेथ बॉलिंग करियर खत्म हो गया है. माही भाई आए और उन्होंने गुस्से में मुझसे कुछ कहा. उन्होंने कहा – ‘तू बेवकूफ नहीं, मैं बेवकूफ हूं’. मुझे लगा कि मुझे दोबारा बॉलिंग नहीं मिलेगी, और मैं बस अपना सिर नीचे करके सुन रहा था. लेकिन अगली 5-6 गेंदों में, मैंने सिर्फ पांच रन दिए और एक विकेट भी लिया, और हम गेम जीत गए.
बिना लीगल डिलीवरी के 8 रन देने के बावजूद, चाहर ने डेविड मिलर का विकेट लेकर इसे 13 रन का ओवर बना दिया. CSK ने गेम 22 रन से जीत लिया.