Bihar News: बिहार में सत्ता आने के बाद अब घर का नया सिस्टम बनाया जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की नेता राबड़ी देवी को मिले सरकारी आवास खाली करना होगा. बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट ने अब उन्हें 39 हार्डिंग रोड पर एक नया घर दिया है. जो उन्हें लेजिस्लेटिव काउंसिल में विपक्ष की नेता होने के नाते दिया गया है. डिपार्टमेंट के जॉइंट सेक्रेटरी-कम-रियल एस्टेट ऑफिसर, शिव रंजन ने इस बारे में एक फॉर्मल ऑर्डर जारी किया है. यह बदलाव मंगलवार को मंत्रियों और लेजिस्लेटिव काउंसिल में विपक्ष की नेता के लिए किए गए घर देने का हिस्सा है. यह बंगला राबड़ी देवी के नाम पर 20 साल के लिए दिया गया था.
आदेश का तीखा पलटवार
इस बीच RJD के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बंगले को खाली करने के आदेश का तीखा पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बंगला खाली नही किया जाएगा, और किसी भी हालत में ये RJD परिवार के कब्जे में रहेगा. उनका आरोप है कि इस कार्रवाई के पीछे राजनीतिक दुश्मनी और निजी दुश्मनी है.
क्यों लिया ऐसा कदम
मंगनी लाल मंडल का कहना है कि लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ यह कदम जानबूझकर उठाया गया है. उनका तर्क है कि मुख्यमंत्री ने इस फैसले के जरिए मोदी, BJP और RSS का भरोसा जीतने की कोशिश की है. उनका आगे तर्क है कि बंगले का डी-रजिस्टर करना और दूसरा घर देना सिर्फ राजनीतिक कारणों से किया जा रहा है.
घर खाली क्यों नहीं कराया गया? उन्होंने सवाल किया कि 20 साल तक मुख्यमंत्री रहने के बावजूद यह घर खाली क्यों नहीं किया गया और अब अचानक ऐसा क्यों किया जा रहा है. मंगनी लाल मंडल ने इसे परिवार और पार्टी को बदनाम करने की जानबूझकर की गई कोशिश बताया गया है.