183
Vladimir Putin India visit 2025: यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध (Russia Ukraine War) जारी है, इस बीच अब यह खबर सामने आ रही है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russia President Vladimir Putin) भारत 2 दिवसीय दौरे पर आएंगे. उनका यह दौरा 4 और 5 दिसंबर को होगा. इस दौरान विदेश मंत्रालय ने घोषणा की है कि राष्ट्रपति पुतिन 23वें भारत-रूस सालाना समिट (India Russia Annual summit) में रूसी डेलीगेशन को लीड करेंगे. ऐसे में आइए विस्तार से जानें कि इस रूस के राष्ट्रपति के इस दौरे का उद्देश्य क्या है?
क्या है इस दौरे का उद्देश्य?
MEA ने दौरे की घोषणा करते हुए कहा कि आने वाला स्टेट विज़िट भारत और रूस की लीडरशिप को आपसी रिश्तों में हुई प्रोग्रेस का रिव्यू करने, ‘स्पेशल और प्रिविलेज्ड स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप’ को मज़बूत करने का विज़न तय करने और आपसी हितों के रीजनल और ग्लोबल मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का मौका देगा.
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से करेंगे मुलाकात
सालाना समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बातचीत के अलावा, प्रेसिडेंट पुतिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलेंगे, जो रूसी डिग्निटरी के सम्मान में एक स्टेट बैंक्वेट होस्ट करेंगी. 21वें इंडिया-रूस सालाना समिट के लिए 6 दिसंबर, 2021 को भारत दौरे के बाद प्रेसिडेंट पुतिन का यह पहला दौरा है.
यूक्रेन और रूस का युद्द जारी
रूस ने 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन के खिलाफ ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन’ शुरू किया, जिसके कारण रूस पर पश्चिमी देशों ने कड़े बैन लगाए, जिससे इंडिया-रूस ट्रेड संबंधों को फिर से दिशा मिली, जिसमें पहली बार एनर्जी एक बड़ा हिस्सा बन गई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अगस्त की शुरुआत में इंडिया पर सज़ा वाले बैन लगाने के बाद से इंडिया में रशियन एनर्जी इंपोर्ट इंडिया-U.S. रिश्तों में एक बड़ा मुद्दा रहा है. इंडिया मांग कर रहा है प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय पॉलिसी को “यह युद्ध का समय नहीं है” बताते हुए यूक्रेनी संघर्ष को खत्म करने की बात कही. हालांकि, यूक्रेनी युद्ध के मैदान में दोनों तरफ से हमले जारी रहे.
यह आने वाला दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि यह राष्ट्रपति ट्रंप के 28-पॉइंट वाले नए यूक्रेन-रूस शांति फॉर्मूले को जारी करने के कुछ दिनों बाद होगा, जिसमें कीव से रूस को इलाके देने और यूक्रेनी सेना का साइज़ कम करने के लिए कहा जाएगा.