Gas-Acidity Cure: खराब पाचन (Gas-Acidity )का असर पूरे शरीर पर देखने को मिलता है. पाचन को दूसरा ब्रेन कहकर भी पुकारते हैं. पाचन तंत्र भोजन को पचाने का साथ पूरे शरीर की सेहत का भी खास ख्याल रखता है. अगर पाचन खराब हो तो इसका असर पूरे शरीर पर देखने को मिलता है. यह नर्वस सिस्टम के साथ जुड़कर शरीर को हेल्दी रखने के लिए जरुरी सिग्नल पूरी बॉडी में भेजता है. लेकिन अगर आपका पाचन कमजोर है, तो शरीर पर अलग-अलग तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं. गैस, भारीपन, एसिडिटी, थकान और इम्यून सिस्टम से जुड़ी परेशानियां. पाचन तंत्र सिर्फ पेट ही नहीं बल्कि पूरे शरीर की सेहत बिगाड़ सकता है. पाचन से जुड़ी ये सभी परेशानियां खराब डाइट, अधिक जंक फूड, सही मात्रा में पानी न पीना, समय पर खाना न खाना और सही से न सोने के कारण होती हैं. पाचन को सही रखने के लिए कुछ फल बेहद उपयोगी साबित होते हैं. इनसे गैस और एसिडिटी भी कंट्रोल में रहती है.
कीवी का सेवन करें
कीवी खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है. यह खाने में खट्टी-मीठा लगता है. यह सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है. पाचन तंत्र के लिए यह काफी उपयोगी माना जाता है. कीवी में ऑक्टेनीडिन (Actinidin) नामक एक प्राकृतिक एंजाइम खूब सारा पाया जाता है. जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के काम करता है. यह खासकर मांस और डेयरी उत्पाद को पचाने में मदद करता है. यह पाचन पर दबाव डालते हैं. पेट में भारीपन, गैस या अपच जैसी समस्याओं को भी यह फल कम कर देता है. भोजन के बाद इसके सेवन से शरीर हल्का और फूर्तीला महसूस करता है.
पपीता का सेवन करें
पपीता पचाने में हल्का और खाने में खूब स्वादिष्ट होता है. यह फल पोषक तत्वों से भरा रहता है. पपीते में एक खासतरह के एंजाइम ‘पपेन‘ (Papain) पाए जाते हैं. जो प्रोटीन को तोड़ने और पचाने में मदद करता है. दालें, अंडे, मांस और पनीर पाचन तंत्र पर दबाव डालने वाले इन चीजों को पचाने मुश्किल होता है. लेकिन पपीता इन्हें अच्छी तरह से पचाने में मदद करता है. खाने के बाद पेट फूलना, एसिडिटी या थकान जैसी दिक्कतों के लिए पपीता काफी अच्छा ऑप्शन है.
अनानास पाचन ने लिए लाभदायक
अनानास एक रसीला और ताजगी से भरा फल है. यह फल पाचन के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है. अनानास में ब्रोमेलिन (Bromelain) नामक एक नेचुरल एंजाइम पाया जाता है. यह पाचन को बेहतक करने में मदद करता है, खासतौर पर प्रोटीन को. प्रोटीन पचाने में शरीर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. साथ ही कमजोर पाचन तंत्र वालों को भारीपन और अपच जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इसके लिए अनानस खाना सबसे बेहद ऑप्शन है. इससे ब्लोटिंग कंट्रोल में रहती है.