Shani Margi 2025, Horoscope: कर्म, न्याय, अनुशासन के देवता शनि जिसकी कुंडली में मजबूत हो, तो उन व्यक्ति के बिगड़े काम भी सवर जाते है और जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं, लेकिन अगर कुड़ली में शनि की स्थिति कमजोर हो, तो कई तरह की पराशिनियों का सामना करना पड़ता है. जैसे सेहत खराब होना, नौकरी में परेशानिया आना, तरक्की ना होना, रिश्ते खराब होना. इसलिए शनि का गोचर ज्योतिष शास्त्र में बेहद खास माना जाता है. इस समय शनि वक्री स्थिति में चल रहे हैं, लेकिन अब जल्द ही शनि मार्गी चाल चलना शुरू करने वाले हैं.
28 नवंबर को होंगे मार्गी
हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2025 में शनि ग्रह 28 नवंबर के दिन सुबह में 09 बजकर 20 मिनट पर वक्री से मार्गी चाल चलना शुरू करेगें और साल 2026 में जुलाई तक इसी स्थिति में रहेंगे. ऐसे में शनि के सीधी चाल चलने से उनकी शक्तियां फिर से सक्रिय हो जाएंगी. शनि के मार्गी होने से 3 राशि के लोगों का गोल्डन टाइम शुरू होने वाला है, धन से तिजोरियां भरने वाली है और तरक्की के अवसर मिलने वाले है.
8 महीने तक शनि मार्गी होने से 3 राशियों के लोगों को सबसे ज्यादा लाभ होगा
मिथुन राशि (Gemini Horoscope)
28 नवंबर के दिन शनि के मार्गी होने से मिथुन राशि के लोगों को काफी ज्यादा लाभ होने वाला है, नौकरी में प्रमोशन के चांस आपको मिलने वाले हैं, व्यापारियों को भी किसी बड़े प्रोडजेक्ट से बड़ा लाभ होने वाला है. छात्रों को इस दौरान कुछ नया सिखने को मिल सकता है. इस दौरान जिवनसाथी आपको कोई बड़ी खुशखबरी दे सकता है.
वृषभ राशि (Taurus Horoscope)
शनि के मार्गी होने से वृषभ राशि के जातकों का भी गोल्डन टाइम शुरू होने वाला है. इस दौरान आपको व्यापार से जुड़ा कोई शिभ समाचार मिल सकता है. नौकरी ढूंढ रहे है, तो अच्छी नौकरी आपको इस दौरान मिल सकती है. कोई रूका हुआ काम किसी मित्र की वजह से इस दौरान पूरे हो जाएंगे परिवार के लोगों का सहयोग आपको सफलता दिलायेगा.
मकर राशि (Capricorn Horoscope)
28 नवंबर के दिन शनि के मार्गी होने से मकर राशि वालों को भी लाभ होगा. कोई इन्वेस्टमेंट आपको बड़ा लाभ दे सकती हैं. व्यापार में आपको नए क्लाइंट्स मिल सकते हैं. परिवार के साथ कही घुमने जाने का प्लान बना सकते हैं. इस राशि के छात्रों के लिए यह समय बेहद खास रहने वाला है.
शनि की साढ़ेसाती में क्या करें उपाय
इस समय शनि की साढ़ेसाती मेष, कुंभ और मीन राशि पर चल रही है. ऐसे में शनि साढ़ेसाती और ढैय्या के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए हर शनिवार और मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करें. शाम के समय पीपल के पेड़ और शमी के पेड़ में जल चढ़ाएं और सरसो के तेल का दीपक जलाए. पूजा करते हुए शनि देव का मंत्र ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करें. रोजाना शनि चालीसा और शिव चालीसा का पाठ भी जरूर करें.
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