Ditwah Cyclone: चक्रवात ‘दित्वा‘ (Ditwah Cyclone) श्रीलंका में तबाही मचाने के बाद अब भारत की तरफ आगे बढ़ रहा है. इसका सीधा असर दक्षिण भारत के राज्य तमिलनाडु, पुडुचेरी के साथ-साथ आंध्र प्रदेश के इलकों में भी नजरआ रहा है. रविवार, 30 नवंबर की शामत तूफान की तीव्रता काफी ज्यादा बढ़ सकती है. तूफान के कारण उड़ानों पर भी असर पड़ रहा है. चेन्नई एयरपोर्ट से शनिवार को करीब 35 उड़ाने रद्द की गई. वहीं रविवार को 47 उड़ानों को स्थगित कर दिया है. वहीं केंद्रिय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तूफान को गंभीरता से लेते हुए रेलवे की तैयारियों के समीक्षा की. साथ ही रेलवे बोर्ड, जोन और डिवीजन स्तर पर वॉर रूम भी एक्टिव कर दिए हैं. उड़ानों के साथ-साथ कई ट्रेनें भी रद्द की गई हैं.
दक्षिण राज्यों में येलो अलर्ट जारी
चेन्नई समेत तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई जिलों के लिए अगले 3 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है. IMD के मुताबिक, हल्की बारिश के साथ आंधी और बिजली कड़कने की संभावना जताई गई है. वहीं मिलनाडु और पुडुचेरी में रेड अलर्ट जारी किया गया है. मयिलादुथुराई, विल्लुपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान जताया गया है. चक्रवात दितवाह के कारण मौजूदा स्थिति को देखते हुए, FWR और CSSR एसेट्स से लैस 6 BN NDRF की 5 टीमों को तमिलनाडु में तैनाती के लिए वडोदरा, गुजरात से चेन्नई एयरलिफ्ट किया गया है.
मौसम विज्ञान विभाग ने दी जानकारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ट्वीट किया, “चक्रवाती तूफान दितवाह दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तरी श्रीलंका और तमिलनाडु के तटों पर पिछले 6 घंटों में 05 kmph की गति से लगभग उत्तर की ओर बढ़ा और कल, 29 नवंबर 2025 को 2330 बजे IST पर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों पर, लैटीट्यूड 10.7°N और लॉन्गीट्यूड 80.6°E के पास, वेदारण्यम (भारत) से लगभग 90 km पूर्व-उत्तर-पूर्व में, कराईकल (भारत) से 90 km पूर्व-दक्षिण-पूर्व में, जाफना (श्रीलंका) से 130 km उत्तर-उत्तर-पूर्व में, पुडुचेरी (भारत) से 160 km दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में और चेन्नई (भारत) से 260 km दक्षिण में केंद्रित था. अगले 24 घंटों में इसके उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों के पैरेलल लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की बहुत संभावना है. उत्तर की ओर बढ़ते हुए, साइक्लोनिक तूफ़ान आज, यानी 30 नवंबर की सुबह और शाम तक तमिलनाडु-पुडुचेरी कोस्टलाइन से कम से कम 50 km और 25 km की दूरी पर बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर केंद्रित होगा.“