Ajit Agarkar: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बुधवार को रायपुर में मेंस टीम मैनेजमेंट के साथ एक ज़रूरी मीटिंग बुलाई है. इसका मकसद सभी फॉर्मेट में रोडमैप को फिर से बनाना और कम्युनिकेशन और सिलेक्शन में उभरती कमियों को दूर करना है. यह मीटिंग मैच वाले दिन, भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरे ODI से पहले होगी. इसका मकसद ऐसे समय में स्थिति साफ़ करना है जब टेस्ट क्रिकेट में टैक्टिक्स और सीनियर खिलाड़ियों के साथ मैनेजमेंट के रिश्तों पर सवाल उठ रहे हैं.
मीटिंग में कौन-कौन होगा?
Sportstar की रिपोर्ट के मुताबिक, इस चर्चा में BCCI सेक्रेटरी देवजीत सैकिया (Devajit Saikia), जॉइंट सेक्रेटरी प्रभतेज सिंह भाटिया, हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) और नेशनल सिलेक्शन कमिटी के चेयरमैन अजीत अगरकर के शामिल होने की संभावना है. यह अभी साफ़ नहीं है कि BCCI प्रेसिडेंट मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) मौजूद रहेंगे या नहीं. ODI के दिन मीटिंग होने की वजह से सीनियर खिलाड़ियों को बुलाने की संभावना कम लगती है.
BCCI के एक सीनियर अधिकारी ने मीटिंग का मकसद बताया – सिलेक्शन में एक जैसापन बनाए रखने, पर्सनल डेवलपमेंट के तरीकों को बेहतर बनाने और टीम की ओवरऑल परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट के बीच तालमेल पक्का करना.
बीसीसीआई की सफाई और फ्यूचर प्लानिंग की मांग
अधिकारी ने यह भी माना कि सबसे लंबे फॉर्मेट में हाल की घटनाओं ने बोर्डरूम में चिंता पैदा कर दी है. अधिकारी ने कहा कि होम टेस्ट सीज़न के दौरान, मैदान पर और मैदान के बाहर कन्फ्यूजिंग टैक्टिक्स के मामले सामने आए हैं. हम स्पष्टता और आगे की प्लानिंग चाहते हैं, खासकर अगली टेस्ट सीरीज़ में 8 महीने बाकी हैं. साथ ही, बातचीत सिर्फ रेड-बॉल के मुद्दों तक ही सीमित नहीं है. अधिकारी ने माना कि मौजूदा मैनेजमेंट सीनियर लिमिटेड-ओवर्स खिलाड़ियों के साथ कैसे जुड़ रहा है, इस पर बढ़ती बेचैनी है.
अधिकारी ने कहा, ‘इंडिया अगले साल T20 वर्ल्ड कप बचाने के लिए फेवरेट होगा और उसके बाद ODI वर्ल्ड कप का मजबूत दावेदार होगा, इसलिए हम चाहते हैं कि ये मुद्दे जल्दी सुलझें.’
हालांकि रिकॉर्ड में किसी का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि यह स्थिति मौजूदा सेटअप और विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों के बीच गलतफहमी को लेकर बेचैनी दिखाती है. जब से दोनों ने पिछले साल T20I से रिटायरमेंट की घोषणा की और 2025 की शुरुआत में टेस्ट क्रिकेट से दूर हो गए, हर गुजरते महीने के साथ नई सरकार के साथ बातचीत कम होने की अफवाहें तेज़ होती जा रही हैं.
कुल मिलाकर रायपुर मीटिंग को टीम की संरचना सुधारने का अभ्यास माना जा रहा है. लेकिन उलझी हुई टेस्ट रणनीति, आने वाले ICC टूर्नामेंट और दो महान भारतीय खिलाड़ियों से ठंडी पड़ती रिश्तेदारी ये दिखाती है कि मामला सिर्फ ड्रेसिंग रूम और सेलेक्शन टेबल तक सीमित नहीं रहेगा – इसे आगे भी बारीकी से देखा जाएगा.