Rambhadracharya wife Statement: जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने अंग्रेजी शब्द “वाइफ” के अनुसार पत्नी’ को मजे का खिलौना बताया था ,जिस पर खूब विवाद हुआ था,अब जगद्गुरु ने अब अपने बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि ऐसा उनके छवि को खराब करने के लिए किया जा रहा है, जबकि भारतीय संस्कृति में महिलाएं सिर्फ ‘देवी’ हैं. उन्होंने ‘वाइफ’ विवाद पर सफाई तो दी, लेकिन संभल में श्री कल्कि महोत्सव से देश, धर्म और राष्ट्रवाद के बारे में भी संदेश दिया.
‘भारत माता’ को डायन कहने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग करने से लेकर ‘वंदे मातरम’ का विरोध करने वालों को पाकिस्तान जाने की खुली चुनौती देने पर, उनकी आलोचना हुई है.
विवाद पर सफाई
दरअसल, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने अंग्रेजी शब्द ‘WIFE’ का फुल फॉर्म समझाते हुए एक विवादित कमेंट किया था. उन्होंने कहा था कि ‘WIFE’ का मतलब है ‘Wonderful Instrument For Enjoy’ (मनोरंजन के लिए शानदार साधन). वीडियो के सामने आने और तीखे कमेंट्स के बाद, अब उन्होंने अपनी बात साफ की है.
सफाई में नया बयान
उन्होंने साफ किया कि उन्होंने जो कहा वह पूरी तरह से शास्त्रों के अनुसार है, लेकिन उनके टैलेंट को खराब करने के लिए ऐसा किया जा रहा है. अपने कमेंट का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में न तो ‘बीवी’ और न ही ‘पत्नी’ स्वीकार्य है; यहां ‘पत्नी’ ही पति को पतन से बचाती है. उन्होंने कहा, ‘भारतीय संस्कृति में, एक महिला न तो बच्ची है और न ही पत्नी; वह एक देवी है.’ उन्होंने कहा कि भारत में महिलाओं का इस्तेमाल आनंद के लिए नहीं बल्कि योग के लिए किया जाता है, और हिंदू धर्म में, पत्नी वह है जो अपने पति के साथ यज्ञ में साथ देती है.
देश, धर्म और ‘वंदे मातरम’ पर कड़ा संदेश
कल्कि महोत्सव के दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने देश और धर्म को लेकर कई तीखे बयान दिए. उन्होंने कहा कि देश अब भारत माता का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा और ऐसा करने वालों पर देशद्रोह का केस चलना चाहिए. पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भारत माता को ‘डायन’ कहने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. उनका मानना है कि इस देश में रहने वाले हर इंसान का यह कर्तव्य है कि वह मां गंगा, गाय माता और भारत माता का मां की तरह सम्मान करे.
#WATCH | Sambhal, Uttar Pradesh | Spiritual Leader Jagadguru Rambhadracharya says, “Whatever I said was ‘shastriya’. The Westerners should be asked why they wrote such an interpretation… ‘Patni’ is salvation. In India, ‘Biwi’ is not accepted. ‘Wife’ is not accepted. Here, it is… pic.twitter.com/AcSfJWQN2H
— ANI (@ANI) December 1, 2025