IPS Story: वाराणसी की पहली महिला एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (IPS) आरती सिंह की कहानी सच में प्रेरणा देने वाली है. बिहार के जहानाबाद ज़िले के सब्दुलपुर कस्बे से करीब 10 किलोमीटर दूर एक गांव की रहने वाली आरती सिंह के पिता उपेंद्र सिंह का सोनभद्र में बिजनेस था. 2000 में सोनभद्र से हाई स्कूल पूरा करने के बाद वह सिंगरौली चली गई. उन्होंने 2002 में DAV कॉलेज से इंटरमीडिएट पास किया. फिर उन्होंने 2005 में रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी जबलपुर से B.Com की डिग्री ली. उन्होंने देवी अहिल्याबाई यूनिवर्सिटी इंदौर से MBA किया था.
MBA पूरा करने के बाद उन्होंने बेंगलुरु में एक प्राइवेट कंपनी में काम किया. अपनी नौकरी से खुश न होकर उन्होंने अपनी मां से आगे की पढ़ाई करने की इच्छा ज़ाहिर की. 2012 में वह सबसे मुश्किल एग्जाम, UPSC क्रैक करने के इरादे से दिल्ली चली गई. 2015 में उन्होंने अनिरुद्ध सिंह से शादी कर ली.
एक बोर्ड एग्जाम ने उनकी ज़िंदगी की दिशा बदल दी
आरती ने बताया “मेरे पति तीन बार PCS के लिए चुने गए थे. लेकिन वह UPSC क्रैक करना चाहते थे.” इस बीच मैं UPSC में सफल नहीं हो रही थी. 2016 में मैंने PCS एग्जाम पास किया और BDO की पोस्ट के लिए चुनी गई. मेरी पोस्टिंग मेरठ जिले में हुई. मैं अपने पति के साथ मेरठ जिला हेडक्वार्टर पहुंची और जॉइनिंग की फॉर्मैलिटी पूरी कीं. जैसे ही हम निकले मैंने एक बड़े बंगले पर एक बोर्ड देखा. उस पर लाल रंग में लिखा था. मंजिल सैनी, सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस लेडी SSP का नाम देखकर मुझे बहुत इंस्पायर किया. मैंने अपने पति अनिरुद्ध को यह बताया. मुझे एक नई मंज़िल मिल गई. मैंने BDO की नौकरी छोड़ दी. 2017 में मैंने अपने आखिरी अटेम्प्ट में UPSC क्रैक किया और IPS ऑफिसर बन गई. फिर मेरे पति ने भी UPSC क्रैक किया और IPS ऑफिसर बन गए.
आरती सिंह ने कहा “IPS ट्रेनिंग के बाद मुझे 2019 में वाराणसी में पहली पोस्टिंग मिली. मेरा पहला चार्ज रोहनिया पुलिस स्टेशन इंचार्ज के तौर पर था. 2020 में मुझे मथुरा जिले में ASP के तौर पर पोस्ट किया गया. अप्रैल 2021 में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद उन्हें वाराणसी में पहली महिला एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस नियुक्त किया गया. उन्हें वरुणा ज़ोन में ज़िम्मेदारी दी गई.